Edited By shukdev,Updated: 24 Nov, 2018 07:29 PM
तमिलनाडु सरकार की नून मील स्कीम (मध्यान्ह भोजन योजना) में बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। आयकर विभाग ने खाद्य सामग्री बेचने वाली कंपनी क्रिस्टी फ्राइडग्राम इंडस्ट्री के यहां छापेमारी के दौरान कुछ दस्तावेज जब्त किए जिनसे 2400 करोड़ रुपए के घूसकांड का...
बैंगलूरु: तमिलनाडु सरकार की नून मील स्कीम (मध्यान्ह भोजन योजना) में बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है। आयकर विभाग ने खाद्य सामग्री बेचने वाली कंपनी क्रिस्टी फ्राइडग्राम इंडस्ट्री के यहां छापेमारी के दौरान कुछ दस्तावेज जब्त किए जिनसे 2400 करोड़ रुपए के घूसकांड का भंडाफोड़ हुआ। द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक नेताओं, नौकरशाहों और उनके परिजनों को घूस दी गई। इस कंपनल से तमिलनाडु सरकार दाल, पाम आॅइल,अंडे तथा अन्य खाद्य सामग्री खरीदी जाती है।
आयकर विभाग ने जुलाई में तिरुचेंगोड़े की कंपनी व उसके अधिकारियों के दफ्तरों पर जुलाई में ये छापेमारी की थी। टीम को उस दौरान वहां से कुछ दस्तावेज मिले, जिनमें घूस दिए जाने से जुड़ी बातें सामने आईं। आईटी का जांच दस्ता फिलहाल इस मामले की जांच कर रहा है। साथ ही यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि आखिर यह घूस किसलिए दी गई। शुरुआती जांच-पड़ताल में पता लगा कि नौकरशाह के पास खाने के सामान का ऑर्डर देने का जिम्मा था या वह स्कीम से संबंधित बिल सैंक्शन करने वाले प्रभारी थे।
एक अन्य अधिकारी ने बताया- छापेमारी में मिले दस्तावेजों में कुछ तो तमिलनाडु सरकार से संबंधित हैं, जो कि बगैर वरिष्ठ नौकरशाहों की दखल के लीक नहीं हो सकते। जांचकर्ताओं ने कंपनी पर आरोप लगाया कि वह अपने टैक्स रिटर्न में राजस्व के सूत्रों को छिपा रही है। कंपनी ने इसके अलावा नमक्कल में एक बैंक से लोन हासिल करने के लिए जो दस्तावेज जमा किए, उनमें व कंपनी के दूसरे दस्तावेजों में फर्क पाया गया।