Edited By rajesh kumar,Updated: 29 Jun, 2022 01:53 PM
राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की हत्या के बाद पूरे राज्य में तनाव का माहौल बना हुआ है। पुलिस ने हत्या के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवेसी ने उदयपुर में हुई...
नेशनल डेस्क: राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की हत्या के बाद पूरे राज्य में तनाव का माहौल बना हुआ है। पुलिस ने हत्या के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवेसी ने उदयपुर में हुई टेलर की हत्या की निंदा की। उन्होंने कहा यदि राजस्थान पुलिस चौकस रहती, तो इस घटना को रोका जा सकता था। उन्होंने इस हत्या को गहलोत सरकार की नाकामी करार दिया है।
ओवैसी ने कहा कि, निश्चित तौर पर उदयपुर की घटना आतंक की घटना है। कन्हैयालाल नाम के व्यक्ति का कत्ल करने का वीडियो बनाकर वायरल किया गया। यह आतंक नहीं तो क्या है।ओवेसी ने कहा कि उन्हें समाचार माध्यमों से पता लगा है कि दरजी कन्हैयालाल को लगातार धमकियां मिल रही थीं। यदि राजस्थान पुलिस चौकस रहती और हरकत करती, तो इस घटना को टाला जा सकता था। उन्होंने तेलंगाना पुलिस का उदाहरण देते हुए कहा कि पूर्व भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा को धमकियों के मामले में वहां की पुलिस ने तत्काल कारर्वाई की और धमकी देने वालों को गिरफ्तार किया गया। यदि ऐसा राजस्थान में भी होता तो शायद घटना को रोका जा सकता था। मैं उम्मीद करता हूं कि राजस्थान सरकार इस पर कड़ी कार्रवाई करेगी और आरोपी को सख्त सजा देगी।
ओवेसी ने दिल्ली पुलिस द्वारा पत्रकार मोहम्मद जुबेर की गिरफ्तारी का भी फिर विरोध किया और कहा कि पूरे देश में कोई भी कारर्वाई कानून और संविधान के दायरे में रहकर सभी के प्रति एकसमान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब तक नुपुर शर्मा को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। निलंबन कोई सजा नहीं है। नुपुर की भी गिरफ्तारी होकर कानून के तहत उन्हें सजा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में कानून का राज होना चाहिए। उन्होंने सरकार पर नूपुर शर्मा का बचाव करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि देश में कट्टरवाद को रोकने के लिये सरकार क़ानून को सभी के लिए बराबर लागू करे।
गृह मंत्रालय ने NIA को जांच के दिए निर्देश
केंद्र ने उदयपुर में दर्जी की हत्या की घटना को एक आतंकवादी कृत्य मानते हुए बुधवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को मामले की जांच अपने हाथ में लेने और इसमें किसी भी संगठन या अंतरराष्ट्रीय संलिप्तता का पता लगाने का निर्देश दिया है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘‘ गृह मंत्रालय ने एनआईए को राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैया लाल तेली की नृशंस हत्या की जांच करने का निर्देश दिया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘ किसी भी संगठन और अंतरराष्ट्रीय संलिप्तता की गहन जांच की जाएगी।''