Edited By Monika Jamwal,Updated: 13 Jul, 2019 06:48 PM
शिक्षकों की लंबित मांगों को लेकर जम्मू कश्मीर यूनाइटेड स्कूल टीचर्स एसोयिसएशन द्वारा एक रोजा धरना प्रदर्शन किया गया।
कठुआ : शिक्षकों की लंबित मांगों को लेकर जम्मू कश्मीर यूनाइटेड स्कूल टीचर्स एसोयिसएशन द्वारा एक रोजा धरना प्रदर्शन किया गया। जिला सचिवालय के पास ही धरना प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने अपने हितों को लेकर नारेबाजी की। बाद में सचिवालय तक रोष मार्च निकाला गया। एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ शशिपाल सिंह ने कहा कि छह माह से हेड टीचरों को वेतन नहीं मिल पाया है। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो रही है। शिक्षा जैसे बड़े क्षेत्र पर केंद्र और रियासती सरकार मिलकर जी.डी.पी. का कुल 2.7 प्रतिशत खर्च करती है जोकि बहुत कम है।
उन्होंने शिक्षा के बजट को भी बढ़ाने की मांग करते हुए कहा कि सरकार को इसपर गौर करना होगा ताकि शिक्षा की व्यवस्था और बेहतर हो सके। वहीं, जिला प्रधान रतन सिंह ने शिक्षा विभाग द्वारा मास्टरों और लेक्चररों की पदोन्नतियों पर पिछले पांच वर्ष से लगी रोक पर सरकार को जमकर कोसा और कहा कि राज्य में शिक्षा व्यवस्था को हाशिये की ओर धकेला जा रहा है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शिक्षा विभाग में अंडर ग्रेजुऐट टीचरों को तीस साल नौकरी के बाद टीचर ही रिटायर किया जा रहा है। सीनियर टीचर ग्रेड भी पंद्रह सालों से रुका पड़ा है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि शिक्षकों की तमाम लंबित मांगों को पूरा करने के लिए कदम उठाए जाएं।