Edited By Monika Jamwal,Updated: 09 Jun, 2018 06:39 PM
अपनी विभिन्न लंबित मांगों को लेकर शिक्षक वर्ग ने मोर्चा खोल दिया है।
कठुआ : अपनी विभिन्न लंबित मांगों को लेकर शिक्षक वर्ग ने मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को जम्मू कश्मीर टीचर्स फोरम के बैनर तले शिक्षकों ने ड्रीम लैंड पार्क परिसर में धरना प्रदर्शन के बाद सचिवालय परिसर तक रोष मार्च निकाल अपनी आवाज बुलंद की। प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने सरकार पर शिक्षकों की मांगों को अनदेखा करने का आरोप लगाया। यहां सचिवालय परिसर में प्रदर्शन के बाद उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को अपनी मांगों संबंधी ज्ञापन सौंप सरकार से इस दिशा में उचित कदम उठाने की मांग की।
जिला प्रधान सुभाष शर्मा ने कहा कि रमसा और एस.एस.ए. के तहत सेवाएं दे रहे शिक्षकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रहबर-ए-तालीम शिक्षकों की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है। शिक्षकों को न तो वेतन समय पर मिलता है और न ही सरकार उनकी समस्याओं के समाधान को लेकर गंभीर है। उन्होंने कहा कि कई माह का एरियर भी बकाया है जबकि सातवें वेतन आयोग के तहत उन्हें लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन के माध्यम से वे सरकार को अपना ज्ञापन भेज रहे हैं कि उनकी समस्याओं पर गौर किया जाए। शिक्षकों को केंद्र प्रायोजित योजनाओं से हटाकर स्टेट बजट के साथ जोड़ा जाए और अगर ऐसा नहीं किया गया तो वे आंदोलन तेज करने को मजबूर हो जाएंगे। इस मौके पर संजीव शर्मा, पवन कुमारी,विनोद कुमार, वीरेंद्र कुमार, जुगल किशोर सहित विभिन्न जोन के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।