Edited By Monika Jamwal,Updated: 03 Sep, 2018 05:52 PM
जम्मू कश्मीर टीचर्स कोआर्डिनेशन कमेटी ने शिक्षक वर्ग की मांगों की अनदेखी किए जाने पर सरकार की आलोचना की है।
कठुआ : जम्मू कश्मीर टीचर्स कोआर्डिनेशन कमेटी ने शिक्षक वर्ग की मांगों की अनदेखी किए जाने पर सरकार की आलोचना की है। शिक्षक वर्ग ने साफ कर दिया है कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर गौर न किया तो अध्यापक वर्ग शिक्षक दिवस को विरोध दिवस के रूप में मनाएगा। सोमवार को कमेटी द्वारा आयोजित पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए हरि सिंह ने कहा कि अध्यापक वर्ग के हित में सातवां वेतन आयोग भेदभावपूर्ण तरीके से लागू किया गया है। एस.एस.ए. और रमसा के तहत सेवाएं देने वाले शिक्षकों को उनके हकों से वंचित रखा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है जिससे वे वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं। सरकार उनकी कोई सुध नहीं ले रही। वहीं, कमेटी के प्रवीण सिंह, सुरजीत सिंह ने कहा कि वे रियासत के राज्यपाल से अपील करते हैं कि उनकी समस्याओं के समाधान का प्रयास किया जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो फिर वे आंदोलन की राह को मजबूर हो जाएंगे। उन्होंने शिक्षकों से भी आह्वान किया कि अगर उनकी मांगों पर चार सितंबर तक सरकार न कोई निर्णय न लिया तो शिक्षक वर्ग शहर के ड्रीम लैंड पार्क परिसर में अध्यापक वर्ग शिक्षक दिवस को विरोध दिवस के रूप में मनाएगा जिसमें शिक्षक वर्ग भाग ले। इस मौके पर शेर अली, देवेंद्र सिंह, रमेश कुमार, मनोहर लाल, संजय सहगल, मोहम्मद शफीक अहमद आदि मौजूद रहे।