Edited By Seema Sharma,Updated: 09 Jan, 2020 04:54 PM
जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के बाद भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ आई जस्टर समेत 16 देशों के राजनयिक मौजूदा स्थिति का मुआयना करने गुरुवार को श्रीनगर पहुंचे। यहां दौरा करने के बाद उन्होंने कहा कि कश्मीर में सब ठीक है। विदेश...
नेशनल डेस्कः जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के बाद भारत में अमेरिका के राजदूत केनेथ आई जस्टर समेत 16 देशों के राजनयिक मौजूदा स्थिति का मुआयना करने गुरुवार को श्रीनगर पहुंचे। यहां दौरा करने के बाद उन्होंने कहा कि कश्मीर में सब ठीक है। विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि 17 देशों के राजनायकों का यह बयान पाकिस्तान के मुंह पर तमाचा है। ये राजनयिक दो दिन के जम्मू-कश्मीर दौरे पर हैं।
वहीं अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में रहने वाले ये राजनयिक विशेष विमान में श्रीनगर के तकनीकी हवाई-अड्डे पहुंचे, जहां नवगठित केंद्र शाषित प्रदेश के शीर्ष अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। वे गुरुवार को नवगठित केन्द्र शासित प्रदेश की शीतकालीन राजधानी जम्मू में हैं और रात में यहीं ठहरेंगे। ये राजनयिक कश्मीर मुद्दें पर पाकिस्तान के दुष्प्रचार को गलत साबित करने की सरकार की कूटनीति का यह हिस्सा हैं। वे उपराज्यपाल जी. सी. मुर्मू और नागरिक समूह के सदस्यों के साथ मुलाकात भी करेंगे।
इन देशों के राजनयिक शामिल
राजनयिकों के इस प्रतिनिधिमंडल में अमेरिका के अलावा बांग्लादेश, वियतनाम, नोर्वे,मालद्वीप, दक्षिण कोरिया, मोरक्को और नाइजीरिया के राजनयिक भी शामिल हैं। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि ब्राजील के राजनयिक आंद्रे ए कोरिये डो लागो के भी जम्मू-कश्मीर का दौरा करने का कार्यक्रम था। यद्यपि उन्होंने यहां अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के चलते दौरे पर नहीं जाने का फैसला किया। ऐसा माना जाता है कि यूरोपीय संघ के देशों के प्रतिनिधियों ने किसी अन्य तिथि पर केंद्र शासित प्रदेश का दौरा करने की बात कही है। यह भी माना जाता है कि इन्होंने पूर्व मुख्यमंत्रियों फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती से मुलाकात करने की इच्छा जताई है।