Edited By Yaspal,Updated: 06 Sep, 2018 12:16 AM
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने आज सुबह तड़के मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है, जिसमें राज्य विधानसभा को समय पूर्व भंग कराने का फैसला लिया जा सकता है। वर्तमान तेलंगाना विधानसभा...
नेशनल डेस्कः तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने आज सुबह तड़के मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है, जिसमें राज्य विधानसभा को समय पूर्व भंग कराने का फैसला लिया जा सकता है। वर्तमान तेलंगाना विधानसभा का कार्यकाल 2019 में खत्म हो रहा है और अगले आम चुनाव के साथ इस राज्य का विधानसभा चुनाव कराया जाना प्रस्तावित है। लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव समय से पहले चुनाव करवाकर आम चुनाव से पहले जनता का मूड़ जानना चाहते हैं। साथ ही वह चाहते हैं कि आम चुनाव के दौरान स्थानीय मुद्दे हावी न रहें।
बता दें कि मुख्यमंत्री राव कई मौकों पर समय से पहले चुनाव कराए जाने का संकेत दे चुके हैं। इस अहम फैसले से पहले उन्होंने रविवार को आयोजित मेगा रैली में शक्ति प्रदर्शन किया था। विधानसभा भंग किए जाने को लेकर 6 सितंबर का दिन चुनने का कारण भी बेहद दिलचस्प है। पार्टी और मुख्यमंत्री से जुड़े करीबी सूत्रों के अनुसार राव ने 6 नंबर को अपने लिए बहुत शुभ मानते हैं और उनका मानना है कि यह तारीख उनके लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं।
तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) प्रमुख के बारे में माना जाता है क वह अंक विद्या, वास्तु और ज्योतिष पर काफी विश्वास करते हैं। उनके राजनीतिक फैसलों में भी इसका असर दिखता रहा है। तड़के सुबह मंत्रिमंडल की बैठक कराए जाने के बाद चंद्रशेखर राव राज्यपाल ईएसएल नरसिन्हन से मुलाकात कर सकते हैं और राज्य विधानसभा को भंग करने की गुजारिश कर सकते हैं।
राव को लगता है कि विधानसभा अगर इस वक्त भंग हो गई तो चुनाव आयोग साल के अंत में होने वाले 4 राज्यों (मिजोरम, मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़) में होने वाले विधानसभा चुनाव के साथ यहां भी चुनाव करा सकता है। विधानसभा भंग होने की सूरत में चंद्रशेखर राव अपने चुनावी अभियान की शुरूआत कर सकते हैं, जिसमें 50 दिनों 100 बैठक भी शामिल हैं। यह अभियान 7 सितंबर से शुरू हो सकता है।