Edited By Seema Sharma,Updated: 07 Oct, 2019 11:30 AM
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने रविवार देर शाम परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक के बाद तेलंगाना सरकार ने राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) के 48,000 हड़ताली कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त करने की घोषणा की।
हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने रविवार देर शाम परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक के बाद तेलंगाना सरकार ने राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) के 48,000 हड़ताली कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने कहा कि आरटीसी में अब सिर्फ 1,200 कर्मचारी हैं। इनमें वे लोग शामिल हैं, जो इस हड़ताल में शामिल नहीं थे। या फिर जो शानिवार शाम छह बजे तक ड्यूटी पर लौट आए। सरकार ने हड़ताल समाप्त करने के लिए समय सीमा तय की थी।
बता दें कि कर्मचारी लंबित समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क परिवहन निगम (आरटीसी) का सरकार के साथ विलय नहीं किया जाएगा और न ही वे हड़ताल पर गए लोगों से किसी तरह की बातचीत करेंगे। राव ने कहा कि आरटीसी 12000 करोड़ के नुकसान में चल रही है और डीजल की बढ़ती कीमतों के साथ इस पर 5000 करोड़ का अतिरिक्त कर्ज बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि जब आरटीसी अपने बुरे दौर से गुजर रही है ऐसे में उन लोगों के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता जो त्योहारों के समय हड़ताल कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि बस हड़ताल के कारण पूरे राज्य की सड़कों से टीएसआरटीसी की बसें नदारद रहीं जिससे लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों को हुई परेशानी और असुविधा को देखते हुए मुख्यमंत्री ने यह बड़ा कदम उठाया।