Edited By Tanuja,Updated: 14 Dec, 2020 05:53 PM
COVID-19 महामारी के बाद लॉकडाउन के कारण यात्रा उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है। भारत का पसंदीदा गंतव्य स्थल थाईलैंड भी इसके ...
इंटरनेशनल डेस्कः COVID-19 महामारी के बाद लॉकडाउन के कारण यात्रा उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है। भारत का पसंदीदा गंतव्य स्थल थाईलैंड भी इसके प्रभाव से नहीं बच सकाय़ लेकिन इस देश ने कठोर कोरना दिशानिर्देशों का पालन करने का विकल्प चुना। देश ने महामारी के मद्देनजर किसी भी विदेशी पर्यटक को अपनी सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया। हालाँकि, थाईलैंड ने अब प्रतिबंधों में ढील दी है और अपनी वीजा नीतियों के कारण वे अब यात्रियों को सीमाओं में प्रवेश करने दे रहे हैं।
थाईलैंड सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यहां यात्रियों का सबसे पसंदीदा शहर बैंकॉक रहा है। 2019 में यहां 38 मिलियन पर्यटकों ने दौरा किया था। पर्यटन देश की अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ा योगदानकर्ताओं में से एक था और कोरोना का इस पर बेहद बुरा प्रभाव पड़ा। अब पर्यटकों को वापस अपने देश में आकर्षित करने के लिए थाईलैंड एक विशेष पर्यटक वीजा (एसटीवी) लेकर आया है।
विशेष पर्यटक वीजा के नियम
- इस योजना के तहत यदि यात्री चीन, वियतनाम, ऑस्ट्रेलिया सहित कम जोखिम वाले देशों से आ रहे हैं, तो 90 दिनों तक रह सकते हैं ।
- इस वीजा को दो बार बढ़ाया जा सकता है और 9 महीने तक रहा जा सकता है।
- इस बीच सभी देशों के यात्री देश की यात्रा कर सकते हैं और 60 दिनों तक रुक सकते हैं।
- आगमन पर होटल में यात्रियों को 14 दिनों के लिए खुद को क्वारटाइन करना होगा।
- देश में प्रवेश करने के लिए पीसीआर परीक्षण से गुजरना होगा और पर्यटक वीजा के लिए आवेदन करना होगा।
- थाईलैंड जाने वाले लोगों को आने के 72 घंटे के भीतर से एक नकारात्मक COVID-19 परीक्षा परिणाम प्रस्तुत करना होगा और यात्रियों को दूसरे परीक्षण से गुजरना होगा।
- यदि कोई भी यात्री सकारात्मक परीक्षण करता है तो उन्हें राज्य के अस्पताल में 14 दिनों के लिए क्वारटाइन रहना होगा।
- इसके अलावा यात्रियों को यात्रा और चिकित्सा बीमा के साक्ष्य भी प्रस्तुत करने होंगे।