Edited By Seema Sharma,Updated: 14 Aug, 2020 12:25 PM
महाराष्ट्र के बुलढाणा में एस साल पहले मासूम के साथ गैंगरेप मामले में दो आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई है। गुरुवार को बुलढाणा की विशेष जिला व सत्र न्यायालय ने आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई। अदालत के फैसले के बाद चिखली पुलिस स्टेशन के कर्मियों ने...
नेशनल डेस्कः महाराष्ट्र के बुलढाणा में एस साल पहले मासूम के साथ गैंगरेप मामले में दो आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई है। गुरुवार को बुलढाणा की विशेष जिला व सत्र न्यायालय ने आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई। अदालत के फैसले के बाद चिखली पुलिस स्टेशन के कर्मियों ने पूरे पुलिस स्टेशन को दुल्हन की तरह सजाया और पटाखे भी फोड़े। चिखली शहर में 26 अप्रैल 2019 की रात को दो युवकों ने एक 9 साल की मासूम के साथ हैवानियत की घटना को अंजाम दिया था। मासूम अपने माता-पिता के साथ सोई हुई थी जब दो युवक उसे उठाकर ले गए। दोनों युवक बच्ची को शहर की सुनसान जगह पर ले गए जहां उसके साथ गैंगरेप किया।
इस जघन्य अपराध से पूरे जिले में गुस्से का माहौल था। लोग आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। घटना के बाद जिस महिलाकर्मी ने मासूम का मेडिकल करवाया उसने बताया था कि औरंगाबाद में बच्ची के दो बड़े ऑपरेशन हुए थे। चिखली पुलिस के सभी कर्मियों ने इस पीड़ित परिवार की हर संभव मदद की कोशिश की। पीड़िता के पिता की शिकायत पर आरोपी सागर विश्वनाथ बोरकर और निखिल शिवाजी गोलाइत के खिलाफ रेप, पॉक्सो व एट्रोसिटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में केस चला और एक साल बाद अब दोनों आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई है।
कोर्ट का फैसला आते ही चिखली पुलिस स्टेशन के कर्मियों ने पुलिस स्टेशन को दुल्हन की तरह सजाया और पटाखे फोड़े। चिखली पुलिस स्टेशन ऐसा पहला थाना होगी जहां आरोपियों को सजा के बाद ऐसे खुशी मनाई गई।