Edited By Yaspal,Updated: 16 Oct, 2018 11:16 PM
मी टू आंदोलन के जोर पकड़ने के साथ ‘द एशियन एज’ अखबार में काम कर चुकीं 17 महिला पत्रकार अपनी सहकर्मी प्रिया रमानी के समर्थन में आईं, जिन्होंने केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया...
नई दिल्लीः मी टू आंदोलन के जोर पकड़ने के साथ ‘द एशियन एज’ अखबार में काम कर चुकीं 17 महिला पत्रकार अपनी सहकर्मी प्रिया रमानी के समर्थन में आईं, जिन्होंने केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इन महिला पत्रकारों ने एक संयुक्त बयान में रमानी का समर्थन करने की बात कही और अदालत से आग्रह किया कि अकबर के खिलाफ उनकी गवाही को सुना जाए। उन्होंने दावा किया कि उनमें से कुछ का अकबर ने यौन उत्पीड़न किया और अन्य इसकी गवाह हैं।
पत्रकारों ने अपने हस्ताक्षर वाले संयुक्त बयान में कहा, "रमानी अपनी लड़ाई में अकेली नहीं हैं। हम मानहानि के मामले में सुनवाई कर रही माननीय अदालत से आग्रह करती हैं कि याचिकाकर्ता के हाथों हममें से कुछ के यौन उत्पीडऩ को लेकर तथा अन्य हस्ताक्षरकर्ताओं की गवाही पर विचार किया जाए जो इस उत्पीडऩ की गवाह थीं।"
बयान पर दस्तखत करने वालों में मीनल बघेल, मनीषा पांडेय, तुशिता पटेल, कणिका गहलोत, सुपर्णा शर्मा, रमोला तलवार बादाम, होइहनु हौजेल, आयशा खान, कुशलरानी गुलाब, कनीझा गजारी, मालविका बनर्जी, ए टी जयंती, हामिदा पार्कर, जोनाली बुरागोहैन, मीनाक्षी कुमार, सुजाता दत्ता सचदेवा और संजरी चटर्जी शामिल हैं। अकबर ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए सोमवार को रमानी के खिलाफ आपराधिक मानहानि की शिकायत दायर की थी।