Edited By jyoti choudhary,Updated: 04 Aug, 2018 04:24 PM
सरकार देश को डिजीटल बनाने में लगी है। देश जितनी तेजी से डिजीटल ट्रांजैक्शन की तरफ बढ़ रहा है उतनी ही तेजी से साइबर क्राइम भी बढ़ रहा है। रोजाना साइबर क्राइम से जुड़ी खबरें सुनने को मिलती हैं।
कोलकाताः सरकार देश को डिजीटल बनाने में लगी है। देश जितनी तेजी से डिजीटल ट्रांजैक्शन की तरफ बढ़ रहा है उतनी ही तेजी से साइबर क्राइम भी बढ़ रहा है। रोजाना साइबर क्राइम से जुड़ी खबरें सुनने को मिलती हैं।
कोलकाता में कुछ दिनों के अंदर 76 लोगों के एटीएम कार्ड से फ्रॉड कर तकरीबन 20 लाख रुपए से ज्यादा निकालने के मामले में कोलकाता पुलिस द्वारा गठित स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (सिट) ने दक्षिण दिल्ली से रोम के दो नागरिकों को पकड़ा है।
फर्जीवाड़े के शिकार होने वालों में 10 बैंककर्मी और एक सरकारी बैंक के एजीएम भी शामिल हैं। इधर, बैंकों ने खाताधारकों को भरोसा दिया है कि एफआईआर की कॉपी के आधार पर 7 से 10 दिनों के अंदर पैसे ग्राहकों के खातों में डाल दिए जाएंगे।
ऐसे हुआ खुलासा
करीब 5 दिन पहले दक्षिणी कोलकाता में केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक के खाताधारकों को कथित तौर पर मैसेज मिले कि उनके खातों से पैसे निकाले गए हैं। फिर ये लोग अपने बैंक पहुंचे, जहां उन्हें फ्रॉड का पता चला।
डेढ़ माह तक कोलकाता में ठहरे थे
पुलिस सूत्रों के मुताबिक प्राथमिक पूछताछ में इसके भी सबूत मिले हैं कि दोनों रोमन नागरिक मार्च महीने में कोलकाता आए थे और कसबा इलाके में आकर एक होटल में डेढ़ महीने तक रहे थे। उधर, अबतक की जांच में पता चला है कि एटीएम फ्रॉड के लिए अप्रैल महीने में ही ग्राहकों के कार्ड की जानकारी स्कीमर मशीन के जरिए जुटाई गई थी। लिहाजा इन सबूतों के आधार पर पुलिस पूरी तरह से कंफर्म है कि महानगर में एटीएम फ्रॉड मामले में ये दोनों रोमन नागरिक ही जुड़े हैं। फिलहाल दोनों से पूछताछ जारी है।