मैला ढोने वाली 2 बहनों का भाग्य बदला, धूमधाम से हुई पढ़े-लिखे लड़कों से शादी

Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Feb, 2018 09:53 AM

the fate of the two sisters who were scavengers changed

राजस्थान के टोंक जिले में पूर्व में सिर पर मैला ढोने वाली दो बहनों की शादी दो पढ़े-लिखे युवकों के साथ धूमधाम से संपन्न हुई। दोनों दुल्हनें पूर्व में सिर पर मैला ढोती थीं, लेकिन स्वयं सेवी संस्थान सुलभ इंटरनेशनल ने 2008 में दोनों का पुर्नवास किया।...

जयपुर: राजस्थान के टोंक जिले में पूर्व में सिर पर मैला ढोने वाली दो बहनों की शादी दो पढ़े-लिखे युवकों के साथ धूमधाम से संपन्न हुई। दोनों दुल्हनें पूर्व में सिर पर मैला ढोती थीं, लेकिन स्वयं सेवी संस्थान सुलभ इंटरनेशनल ने 2008 में दोनों का पुर्नवास किया। जयपुर से लगभग 100 किलोमीटर दूर टोंक में बैरवा धर्मशाला में दोनों का विवाह आज धूमधाम के साथ हुआ। सुलभ इंटरनेशनल की मदद के बाद दोनों बहनों ने मैला ढोने के काम बंद कर दिया और सुलभ व्यावसायिक केन्द्र में एक पाठयक्रम में भाग लिया और व्यावसायिक प्रशिक्षण के साथ ही पढाई भी की। एक बहन ने स्नातक और दूसरी ने 10वीं की पढाई की।

विवाह के बारे में एक बहन ने कहा कि उन्होंने ऐसी शादी का कभी सपना नहीं देखा क्योंकि उन्हें अक्सर दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा था। दोनों दूल्हे एक ही जिले के रहने वाले हैं और पढे-लिखे हैं। एक दूल्हा कैमरामैन है जबकि दूसरा दूल्हा तकनीशियन है। विवाह में सभी तरह के रस्म रिवाज निभाए गए और विवाह धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ। विवाह में भाग लेने के बाद सुलभ आंदोलन के संस्थापक बिंदेश्वर पाठक ने कहा कि संस्था ने पिछले पांच दशकों में दस लाख मैला ढोने वाले लोगो का पुनर्वास किया है।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!