Edited By rajesh kumar,Updated: 02 Apr, 2021 05:34 PM
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में लॉकडाउन लगाने की जरूरत हुई तो विचार-विमर्श के बाद यह फैसला किया जाएगा। साथ ही कहा कि चौथी लहर की स्थिति पूर्व की तुलना में उतनी गंभीर नहीं है क्योंकि मौत के कम मामले आए हैं और अस्पताल में भर्ती कराने की भी...
नेशनल डेस्क- मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण की चौथी लहर चल रही है लेकिन लॉकडाउन पर अब तक विचार नहीं किया गया है। उन्होंने केंद्र से राज्यों को बड़े स्तर पर टीकाकरण चलाने की अनुमति देने का भी अनुरोध किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में लॉकडाउन लगाने की जरूरत हुई तो विचार-विमर्श के बाद यह फैसला किया जाएगा। साथ ही कहा कि चौथी लहर की स्थिति पूर्व की तुलना में उतनी गंभीर नहीं है क्योंकि मौत के कम मामले आए हैं और अस्पताल में भर्ती कराने की भी कम जरूरत पड़ी है।
हालांकि केजरीवाल ने कहा, ‘‘यह चिंता की बात है क्योंकि कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है और सभी जरूरी कदम उठा रही है।'' उच्च स्तरीय बैठक के बाद केजरीवाल ने सुझाव दिया कि केंद्र को बड़े स्तर पर टीकाकारण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए 45 साल से ज्यादा की उम्र की शर्तों को खत्म कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र स्कूलों जैसे गैर स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण की अनुमति देता है तो वायरस के प्रसार को रोकने के लिए युद्ध स्तर पर टीकाकरण हो सकता है। केजरीवाल ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लोगों से भी मास्क पहनने, उचित दूरी बनाए रखने और लगातार हाथ धोने की अपील की।
देश की राजधानी में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3583 नए केस सामने आए है। वहीं एक दिन में दिल्ली में कोरोना से नौ लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली में अप्रैल के महीने में पिछले साल दिसंबर जैसे हालात बनते दिख रहे हैं। दिल्ली में सक्रिय मरीजों की संख्या 10 हजार के पार पहुंच गई है। दिल्ली में गुरुवार को 8 दिसंबर 2020 के बाद एक दिन में सबसे ज्यादा केस सामने आए हैं। वहीं कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 11,036 हो गई है। साढ़े 5 हजार से ज्यादा लोग दिल्ली में होम आइसोलेशन में रह रहे हैं।