Edited By kamal,Updated: 24 May, 2018 10:49 AM
प्रदेश में पिछले साल जून में हुए किसान आंदोलन ने सरकार की नींद उड़ा दी थी। मंदसौर गोलीकांड के बाद लगे आरोपों से सरकार अभी तक उभर नहीं पाई है, वहीं एक बार फिर गोलीकांड की बरसी पर किसान आंदोलन होने जा रहा है।
भोपाल : प्रदेश में पिछले साल जून में हुए किसान आंदोलन ने सरकार की नींद उड़ा दी थी। मंदसौर गोलीकांड के बाद लगे आरोपों से सरकार अभी तक उभर नहीं पाई है, वहीं एक बार फिर गोलीकांड की बरसी पर किसान आंदोलन होने जा रहा है। विगत वर्ष पुलिस का इंटेलिजेंस आंदोलन को भांपने में नाकामयाब था, लेकिन इस बार समय से पहले ही पुलिस अलर्ट हो गई है। पुलिस मुख्यालय ने किसान आंदोलन को लेकर प्रदेश भर में अलर्ट जारी कर दिया है। जिसमें करीब एक दर्जन जिले संवेदनशील माने गए है। यहां अफसरों को अतिरिक्त चौकसी बतरने के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं पुलिस मुख्यालय ने सभी पुलिस कर्मचारी, अधिकारियों के अवकाश पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। किसान आंदोलन सरकार बनाने और बिगाड़ने में अहम भूमिका निभाते हैं और चुनाव के मुहाने पर हो रहे इस आंदोलन से बीजेपी का खेल बिगड़ सकता है। जिसके लिए सरकार किसानों की नाराजगी दूर करने की हर कोशिश में जुट गई है।