Edited By Parminder Kaur,Updated: 06 Sep, 2024 12:23 PM
वर्ष 2024 में गर्मी के मौसम में अत्यधिक तपिश दर्ज की गई है, जिससे यह साल अब तक के सबसे गर्म साल बनने की संभावना बढ़ गई है। यूरोपीय जलवायु सेवा 'कॉपरनिकस' ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। वैज्ञानिकों के अनुसार, इस साल के तापमान रिकॉर्ड पिछले साल ही बने...
इंटरनेशनल डेस्क. वर्ष 2024 में गर्मी के मौसम में अत्यधिक तपिश दर्ज की गई है, जिससे यह साल अब तक के सबसे गर्म साल बनने की संभावना बढ़ गई है। यूरोपीय जलवायु सेवा 'कॉपरनिकस' ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। वैज्ञानिकों के अनुसार, इस साल के तापमान रिकॉर्ड पिछले साल ही बने थे, जब मानव-जनित जलवायु परिवर्तन और अल नीनो के प्रभाव से तापमान चरम पर पहुंच गया था।
'कॉपरनिकस' के मुताबिक, जून, जुलाई, और अगस्त के महीनों को उत्तरी गोलार्ध में ग्रीष्मकाल कहा जाता है। इस दौरान औसत तापमान 16.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो 2023 के रिकॉर्ड से 0.03 डिग्री अधिक है। 'कॉपरनिकस' के पास 1940 से आंकड़े उपलब्ध हैं, जबकि अमेरिकी, ब्रिटिश और जापानी जलवायु सेवाओं के पास 19वीं सदी के मध्य से आंकड़े मौजूद हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है कि पिछले दशक सबसे गर्म रहा और संभवतः यह 120,000 वर्षों में सबसे अधिक गर्म दशक है। 'कॉपरनिकस' के निदेशक कार्लो ब्यूनटेंपो ने बताया कि 2024 और 2023 दोनों वर्षों में अगस्त में तापमान 16.82 डिग्री सेल्सियस रहा। हालांकि, जुलाई में गर्मी का पुराना रिकॉर्ड नहीं टूटा, लेकिन जून का महीना पिछले साल की तुलना में अधिक गर्म था। यही वजह है कि औसतन अधिक गर्म मौसम दर्ज किया गया।
'पॉट्सडैम इंस्टीट्यूट फॉर क्लाइमेट रिसर्च' के जलवायु वैज्ञानिक स्टीफन रैम्सस्टॉर्फ ने कहा- ये आंकड़े दर्शाते हैं कि हम जलवायु संकट की चपेट में कितनी तेजी से आ रहे हैं। हालांकि रैम्सस्टॉर्फ इस शोध का हिस्सा नहीं थे। ब्यूनटेंपो ने कहा कि अगर हम चाहते हैं कि 2024 अब तक का सबसे गर्म वर्ष न बने तो हमें आने वाले महीनों में बहुत महत्वपूर्ण ठंडक की आवश्यकता होगी, जो इस समय संभव नहीं दिख रही है।