Edited By ,Updated: 29 Jan, 2017 11:32 PM
रेल कर्मचारियों की विफलता ट्रेन दुर्घटनाओं के पीछे की सबसे बड़ी वजह है। वहीं ट्रेनों के पटरी से उतरने की वजह से सबसे अधिक यात्रियों की मौत
नई दिल्ली: रेल कर्मचारियों की विफलता ट्रेन दुर्घटनाओं के पीछे की सबसे बड़ी वजह है। वहीं ट्रेनों के पटरी से उतरने की वजह से सबसे अधिक यात्रियों की मौत होती है और लोग घायल होते हैं। यह बात रेल मंत्रालय को सौंपी गई सुरक्षा रिपोर्ट में कही गई है। रेलवे ने कानपुर के निकट एक ट्रेन के पटरी से उतरने के बाद पिछले साल छह दिसंबर को सुरक्षा पर एक कार्यबल का गठन किया था। उस हादसे में 151 लोगों की मौत हुई थी ।
सुरक्षा तंत्र में शामिल रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को मिलाकर गठित की गई समिति से पहले की दुर्घटनाओं की जांच के आंकड़ों का विश्लेषण करने को कहा गया था और उसने संभावित समाधान पर तथ्यात्मक राय विकसित की। हाल में सौंपी गई रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया कि रेलवे कर्मचारी की विफलता सबसे बड़ी वजह है। एेसा 50 से 60 फीसदी मामलों में होता है और टे्रनों के पटरी से उतरने की घटना में अधिकतम संख्या में लोगों की मृत्यु होती है और लोग घायल होते हैं। रिपोर्ट के अनुसार ट्रैक में गड़बड़ी यथा पटरी का टूटना और अपर्याप्त रख-रखाव दुर्घटना की सबसे बड़ी वजहों में शामिल है ।
रेल फ्रैक्चर और ‘वेल्ड’ विफलताओं की वजह से ट्रेनों के पटरी से उतरने की संख्या में वृद्धि का संज्ञान लेते हुए उसने पटरी नवीकरण और रेल वेल्डिंग प्रौद्योगिकी में बैकलॉग का समाधान करने की आवश्यकता बताई। रिपोर्ट में मानवीय हस्तक्षेप पर कम निर्भरता के लिए प्रौद्योगिकी को उन्नत बनाने की वकालत की गई है। उन्होंने कहा, ‘‘रेलों का निरीक्षण जटिल कवायद है और मानवीय फैसले पर निर्भरता कम करने के लिए इसे यथासंभव स्वचालित किया जाना चाहिए ।’’