मानसून सत्रः हंगामे की भेंट चढ़ी राज्यसभा के पहले हफ्ते की कार्यवाही, महज इतने प्रतिशत ही हो सका काम

Edited By Yaspal,Updated: 23 Jul, 2022 06:31 PM

the proceedings of the first week of the rajya sabha got a ruckus

राज्यसभा ने मौजूदा मानसून सत्र के पहले सप्ताह में 26.90 प्रतिशत कामकाज की सूचना दी है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। राज्यसभा सचिवालय ने कहा कि उच्च सदन में सप्ताह के पहले तीन दिनों के दौरान केवल एक घंटे 16 मिनट विधायी कार्य किया

नई दिल्लीः राज्यसभा ने मौजूदा मानसून सत्र के पहले सप्ताह में 26.90 प्रतिशत कामकाज की सूचना दी है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। राज्यसभा सचिवालय ने कहा कि उच्च सदन में सप्ताह के पहले तीन दिनों के दौरान केवल एक घंटे 16 मिनट विधायी कार्य किया, जबकि पिछले दो दिनों के दौरान इसमें सुधार हुआ और यह पांच घंटे 31 मिनट हो गया। उन्होंने कहा कि व्यवधानों और जबरन स्थगन के कारण निर्धारित बैठक के कुल 18 घंटे 44 मिनट का समय नष्ट हो गया है।

सप्ताह के आखिरी दिन की कार्यवाही में शुक्रवार को स्वास्थ्य के अधिकार को लेकर एक निजी विधेयक पर ढाई घंटे की चर्चा के कारण कामकाज की अवधि में कुछ हद तक सुधार संभव हुआ। सदन में मूल्य वृद्धि पर चर्चा करने और नियम 267 के तहत जीएसटी वृद्धि पर चर्चा करने की विपक्ष की मांग पर कार्यवाही में व्यवधान देखा गया।

सभापति एम. वेंकैया नायडू ने सदन को सूचित किया कि मूल्य वृद्धि पर अलग से चर्चा का निर्णय लिया गया है और सदन में सामान्य स्थिति की वापसी के लिए उन्होंने विपक्ष के कुछ नेताओं से भी बात की। अधिकारियों ने कहा कि चालू सत्र के पहले सप्ताह के दौरान, 75 सूचीबद्ध तारांकित प्रश्नों में से 22 का सदन में मौखिक उत्तर दिया गया, जबकि सदस्यों द्वारा पांच विशेष उल्लेख किए गए।

सामूहिक विनाश के हथियार और उनकी वितरण प्रणाली (गैरकानूनी गतिविधियों की रोकथाम) विधेयक, 2022 पर 42 मिनट तक चर्चा हुई, जिसमें आठ सदस्यों ने भाग लिया। सप्ताह के दौरान नौ गैर-सरकारी सदस्यों के विधेयक पेश किए गए। सचिवालय ने कहा कि तीस नव-निर्वाचित सदस्यों ने सदन की सदस्यता की शपथ ली।

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