Edited By Seema Sharma,Updated: 21 May, 2020 11:17 AM
बेंगलुरु के विभिन्न हिस्सों में बुधवार दोपहर के समय जोरदार गरज सुनकर लोग घबरा गए। इसके बाद इस रहस्यमयी आवाज को लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हुई। किसी ने इस आवाज को भूकंप बताया तो किसी ने तूफान का असर तो किसी धरती के अंदर चल रही कोई हलचल से इसे जोड़...
नेशनल डेस्कः बेंगलुरु के विभिन्न हिस्सों में बुधवार दोपहर के समय जोरदार गरज सुनकर लोग घबरा गए। इसके बाद इस रहस्यमयी आवाज को लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हुई। किसी ने इस आवाज को भूकंप बताया तो किसी ने तूफान का असर तो किसी धरती के अंदर चल रही कोई हलचल से इसे जोड़ दिया। सोशल मीडिया पर इसे लेकर तमाम अटकलों का दौर चला, जिसे देखते हुए रक्षा मंत्रालय ने अपना बयान जारी किया और इस रहस्यमयी आवाज के बारे में राज खोला।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि जिस आवाज को लोगों ने सुना वो वायुसेना के एक सुपरसॉनिक विमान के सॉनिक बूम की थी और यह विमान एक रुटीन उड़ान पर था। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि बेंगलुरु में बुधवार शाम एक वायुसेना का सुपरसोनिक विमान रुटीन उड़ान पर था। इस एयरक्राफ्ट ने बेंगलुरु एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी और यह शहर के बाहर के अपने एयरस्पेस में उड़ान भर रहा था। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि लोगों को यह आवाज उस समय सुनाई दी होगी जब विमान अपनी रफ्तार कम करते हुए सुपरसॉनिक से सबसॉनिक स्पीड मोड में जा रहा था और इसकी ऊंचाई 36 हजार से 40 हजार फीट के आसपास थी।
प्रवक्ता ने कहा कि किसी सुपरसॉनिक विमान के सॉनिक बूम की आवाज तब भी आसानी से सुनी जा सकती है, जबकि वो सुनने वाले से 65-80 किलोमीटर दूर हो, ऐसे मेंं काफी दूर तक लोगों को इसकी आवाज सुनाई पड़ी। बता दें कि बेंगलुरु के उत्तर में देवनाहल्ली में केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लेकर दक्षिण में इलेक्ट्रॉनिक सिटी तक गरज सुनाई दी। कई लोगों को लगा कि यह हल्का भूकंप हो सकता है। उन्होंने आवाज सुनकर खिड़की और दरवाजे बंद कर लिए। जब सोशल मीडिया पर इस आवाज की चर्चा हुई तो कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आयुक्त मनोज राजन ने भूकंप की किसी भी संभावना से इनकार करते हुए कहा था कि इसकी जांच जाएगी।