Edited By Seema Sharma,Updated: 11 Jan, 2019 02:01 PM
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के. सिवन ने कहा कि गगनयान हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। बेंगलुरु में प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिवन ने बताया कि साल 2019 गगनयान के लिए काफी अहम है
बेंगलुरुः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के. सिवन ने कहा कि गगनयान हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। बेंगलुरु में प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिवन ने बताया कि साल 2019 गगनयान के लिए काफी अहम है क्योंकि इस पर काम शुरू हो गया है और दिसंबर 2021 में गगनयान मिशन होगा। इसरो ने जानकारी दी कि इस मिशन के तहत तीन सदस्यीय क्रू कम से कम 7 दिन के लिए अंतरिक्ष की यात्रा पर जाएगा।
गगनयान की फाइनल लॉन्चिंग से पहले दो मानव रहित मिशन भी अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे, जिनमें से पहला दिसंबर 2020 में जुलाई 2021 में दूसरा मिशन तैयार होगा। बता दें कि मोदी सरकार ने पिछले साल ही 10 हजार करोड़ की इस महत्वाकांक्षी योजना को मंजूरी दी थी। इसरो चीफ ने कहा कि 2020 के लिए कुल 32 मिशन प्लान किए गए हैं, जिसमें 14 लॉन्च व्हिकल से जुड़े हैं। 2018 की उपलब्धिया गिनाते हुए सिवन ने बताया कि इसरो के पास 17 मिशन थे जिनमें 7 लॉन्च व्हिकल मिशन, 9 अंतरिक्ष यान मिशन शामिल थे। इसरो ने इनमें से 17 मिशन पर सफलता पाई जबकि एक लक्ष्य से चूक गया।
प्रेस कॉन्फ्रेस की खास बातें
- इसी साल जीसैट-20, जीसैट-29 सैटलाइट लॉन्च होंगे। उन्होंने कहा कि इससे डिजिटल इंडिया के सपने को पूरा करने में मदद मिलेगी।
- भारत के दूसरे चंद्र अभियान चंद्रयान-2 को इस साल मध्य अप्रैल में प्रक्षेपित किए जाने की योजना है। इसरो ने इससे पहले कहा था कि चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण इस साल जनवरी से 16 फरवरी के बीच किया जाएगा।
- 800 करोड़ रुपए की लागत वाला यह अभियान करीब 10 साल पहले प्रक्षेपित किए गए चंद्रयान-1 का उन्नत संस्करण है।
- जहां तक चंद्रयान 2 के प्रक्षेपण की बात है तो इसके लिए 25 मार्च से मध्य अप्रैल का समय तय किया गया है। संभवत: इसे मध्य अप्रैल में प्रक्षेपित किए जाने का लक्ष्य है।
- अंतरिक्ष एजेंसी ने इसे पहले जनवरी और फरवरी के बीच प्रक्षेपित करने की योजना बनाई थी लेकिन कुछ परीक्षणों के नहीं हो पाने के कारण ऐसा नहीं हो सका।
- इसरो प्रमुख ने कहा कि फरवरी के लक्ष्य से चूकने के बाद अगला उपलब्ध लक्ष्य अप्रैल है। अब इसे अप्रैल में प्रक्षेपित करने की योजना है।