Edited By Chandan,Updated: 17 Sep, 2019 09:55 AM
असल जिंदगी के टोटकों पर आधारित फिल्म ''द जोया फैक्टर'' 20 सितंबर को रिलीज हो रही है। इस फिल्म में सोनम कपूर अहूजा और दुलकर सलमान मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। फिल्म प्रोमोशन के लिए दिल्ली पहुंची सोनम और दुलकर ने पंजाब केसरी/ नवोदय टाइम्स/ जगबाणी/ हिंद...
नई दिल्ली। जिंदगी में कुछ बड़ा करने के लिए मेहनत के साथ-साथ किस्मत का साथ होना बहुत जरूरी होता है। इसी किस्मत को बदलने के लिए हम कई बार कई टोटकों का भी इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं। ऐसे ही एक टोटके के साथ 20 सितम्बर को फिल्म ‘द जोया फैक्टर’ (Film The Zoya Factor) रिलीज हो रही है।
यह फिल्म आधारित है अनुजा चौहान (Anuja Chauhan) द्वारा लिखी गई और साल 2008 के द मोस्ट सेलिंग नॉवेल ‘द जोया फैक्टर’ (The Zoya Factor novel) पर। इस फिल्म में नजर आएंगी अपने बेबाक अंदाज से लोगों का दिल जीतने वाली और नैशनल अवॉर्ड विनर (National Award Winner) सोनम कपूर आहूजा (Sonam Kapoor Ahuja) और केरला स्टेट अवॉर्ड विनर (Kerala State Award Winner) दुलकर सलमान (Dulquer Salmaan)। फिल्म को डायरेक्ट किया है अभिषेक शर्मा (Director Abhishek Sharma) ने।
फिल्म प्रोमोशन (Film Promotion) के लिए दिल्ली (Delhi) पहुंची सोनम और दुलकर ने पंजाब केसरी (Punjab Kesari)/ नवोदय टाइम्स (Navodaya Times)/ जगबाणी (Jagbani)/ हिंद समाचार (Hind Samachar) से बातचीत की। पेश हैं इसके प्रमुख अंश।
‘कॉमेडी ऑफ एरर्स’ हूं मैं : सोनम कपूर आहूजा
इस फिल्म का लक फैक्टर इसकी राइटर अनुजा चौहान हैं। अनुजा जब भी कोई लीड किरदार लिखती हैं तो वह शायद मेरे लिए ही लिखती हैं। उनके सभी किरदार मुझसे रिलेट करते हैं। इस फिल्म की बात करूं तो जोया की तरह मैं भी जिंदगी में काफी उलझी हुई हूं। मैं कभी कुछ सही नहीं बोलती, कुछ सही नहीं करती, कह सकते हैं ‘कॉमेडी ऑफ एरर्स’ हूं। एक और बात जो जोया और मुझमें कॉमन है वह है हमारा नेचर, जोया की तरह मैं भी बहुत रोमांटिक और एक ड्रीमर हूं।
पिता अनिल कपूर से सीखी यह बात
मेरे पिता अनिल कपूर (Anil Kapoor) ने हमेशा से मुझे दो ही चीजें कही हैं, मेहनत करो और प्रोफैशनल रहो। वह हमेशा कहते हैं कि हर किसी को इज्जत के साथ एक जैसा ट्रीट करो। मैंने अपने पापा से सीखा है कि खुद पर विश्वास करना चाहिए, बाकी सब सैटल हो जाता है।
असल जिंदगी में भी हूं थोड़ी सुपरस्टिशियस
जोया कि तरह मैंने भी इस फिल्म को लेकर कई टोटके अपनाए हैं। इस फिल्म से जुड़े हर इवैंट में मैंने रैड कलर की ड्रैस पहनी क्योंकि लाल रंग शुभ माना जाता है। इसके साथ ही फिल्म के ट्रेलर रिलीज डेट को भी एक ज्योतिष (Astrologer) के कहने पर 27 अगस्त की जगह 29 अगस्त को रिलीज कराया। रियल लाइफ में भी मैं कुछ चीजों को ध्यान में रखती हूं, जैसे कि अगर मुझे कोई फुटवियर गिफ्ट करता है तो मैं कुछ पैसे देती हूं फिर चाहे वह एक रुपया ही क्यों न हो। मेरा मानना है कि ऐसा करने से बैड लक पास नहीं आता।
आनंद मेरे और मैं पापा की लकी चार्म
मैं अपने पति आनंद आहूजा (Anand Ahuja) को अपना लकी चार्म मानती हूं। हमेशा से ही वह मेरे लिए लकी साबित हुए हैं। इसके साथ ही मैं खुद अपने पापा के लिए बहुत ही लकी हूं। मेरे जन्म के बाद से मेरे पिता अनिल कपूर की जिंदगी पूरी तरह बदल गई। मेरी जन्मपत्री देखकर कई पंडितों ने बताया कि मेरी जिंदगी में जितने भी मर्द हैं, मैं उनके लिए बहुत लकी रहूंगी।
लोगों के इमैजिनेशन को मैच करना सबसे बड़ा चैलेंज: दुलकर
अनुजा चौहान के इस नॉवेल को बहुत लोगों ने पढ़ा होगा। जब कोई भी किताब पढ़ता है, उसके दिमाग में एक फिल्म खुद बन जाती है लेकिन हर किसी के दिमाग में अलग-अलग तरह का इमेजिनेशन होता है। ये हमारे लिए चैलेंजिंग था कि हम किस तरह से उनकी इस इमैजिनेशन से अपनी कहानी को मैच कर पाते हैं या उसके साथ न्याय कर पाते हैं।
लक पर निर्भर होना नहीं पसंद
करियर की शुरूआत से ही मैंने हमेशा से मेहनत पर भरोसा किया है। ऐसा नहीं है कि मैं लक पर भरोसा नहीं करता लेकिन मुझे उस पर निर्भर होना पसंद नहीं है, आप लक पर निर्भर होकर अपना फ्यूचर प्लान नहीं कर सकते। अपनी जिंदगी के लक के बारे में बात करूं तो मैं इतनी बड़ी इंडस्ट्री में काम कर रहा हूं तो इसे मैं अपना लक कह सकता हूं कि मुझे ये मौके मिल रहे हैं।