Edited By rajesh kumar,Updated: 05 Aug, 2022 03:23 PM
भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने शुक्रवार को लोकसभा में दावा किया कि झारखंड में 1800 स्कूलों में रविवार की बजाय शुक्रवार को छुट्टी हो रही है जो इसका प्रमाण है कि देश ‘इस्लामीकरण' की तरफ बढ़ रहा है।
नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने शुक्रवार को लोकसभा में दावा किया कि झारखंड में 1800 स्कूलों में रविवार की बजाय शुक्रवार को छुट्टी हो रही है जो इसका प्रमाण है कि देश ‘इस्लामीकरण' की तरफ बढ़ रहा है। उन्होंने सदन में शून्यकाल के दौरान यह विषय उठाते हुए कहा कि इस मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआई) से कराई जाए ताकि कड़ा संदेश दिया जा सके। दुबे ने कहा, ‘‘मैं झारखंड राज्य में हो रहे इस्लामीकरण की ओर ध्यान दिला रहा हूं। राज्य के कुछ जिलों में जनसंख्या का संतुलन बदल गया है।
बांग्लादेश निकट है और इसलिए ऐसा हो रहा है।'' उनके मुताबिक, ‘‘अचानक देखने में आया कि झारखंड में 1800 ऐसे स्कूल हैं जिन्होंने अपने नाम में उर्दू शब्द लगा लिया। इन स्कूलों में रविवार को छुट्टी नहीं होती है, बल्कि शुक्रवार को हो रही है।'' भाजपा सांसद ने कहा, ‘‘देश इस्लामीकरण की तरफ बढ़ रहा है। झारखंड उसे रास्ता दे रहा है। इसकी एनआईए से जांच कराई जाए। यह कड़ा संदेश जाना चाहिए कि किसी भी कीमत पर इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।'' भाजपा सांसद जयंत सिन्हा ने झारखंड के पिछड़ेपन का विषय उठाया और दावा किया कि विकास के कई मानकों पर राज्य बहुत पिछड़ा हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य अपने लोगों को अनुसंधान, अवसर और कौशल विकास मुहैया कराने में विफल है। झारखंड में सिर्फ सात-आठ नए स्टार्ट-अप पंजीकृत हुए हैं।
केंद्र सरकार निर्देश दे कि राज्य सरकार अपनी कार्य प्रणाली में सुधार करे।'' बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली ने उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों के बकाये का मुद्दा उठाया और कहा कि केंद्र सरकार सुनिश्चित करे कि किसानों को बकाया मिले और ब्याज भी मिले। एआईएमआईएम के इम्तियाज जलील ने दावा किया कि महाराष्ट्र के एक इलाके में सात महीने में 700 किसानों ने आत्महत्या की है। उन्होंने कहा कि सरकार इसकी जांच कराए और परिवारों की मदद करे। भारतीय जनता पार्टी के सुशील कुमार सिंह, बीजू जनता दल के चंद्रशेखर साहू, तृणमूल कांग्रेस की मिमी चक्रवर्ती और कुछ अन्य सदस्यों ने लोक महत्व के अलग-अलग विषय उठाए।