Edited By Yaspal,Updated: 04 May, 2018 05:10 AM
केंद्रीय मंत्री राम और लोक जनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ किसी गठबंधन की संभावना को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में ऐसे गठबंधन के लिए कोई वेकेंसी नहीं है।
नेशनल डेस्कः केंद्रीय मंत्री राम और लोक जनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ किसी गठबंधन की संभावना को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में ऐसे गठबंधन के लिए कोई वेकेंसी नहीं है।
गैर भाजपाई दलों द्वारा आम चुनाव से पहले गठबंधन की कोशिशों पर पासवान से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा नहीं ऐसा कुछ नहीं है, कोई वेकेंसी नहीं है। केंद्रीय मंत्री ने पूछा कि क्या कोई राहुल गांधी को स्वीकारने का इच्छुक है, ममता बनर्जी अपना खुद का मोर्चा बना रही हैं। के. चंद्रशेखर राव और चंद्रबाबू नायडू अपने मोर्चे बना रहे हैं और कितने मोर्चे होंगे। चुनाव तक ये सभी मोर्चे खत्म हो जाएंगे और जनता मोदी को वोट देगी।
बीजेपी नेताओं द्वारा दलितों के घर भोजन करने के मामले पर पासवान ने कहा कि अगर आप किसी के यहां रात के भोजन पर जा रहे हैं, जहां आप आमंत्रित हैं तो समस्या कहां है, समस्या तब होती है। जब राहुल गांधी किसी दलित के घर खाना खाते हैं तो इसे क्रांतिकारी पहल बताया जाता है। यदि अमित शाह ऐसा करते हैं तो उन्हें रुढिवादी कहा जाता है। ऐसा नहीं होना चाहिए।
लोजपा अध्यक्ष ने दलितों हिंसा पर कहा कि संविधान में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। मायावती के नेतृत्व वाली बसपा जैसे राजनीतिक दल ऐसे हालात का फायदा लेना शुरू कर देते हैं।
योगी सरकार 2019 लोकसभा चुनाव से पहले आरक्षण कोटा के अंदर कोटा लागू करने के सवाल पर पासवान ने कहा कि सिद्धांततः कोई इसका विरोध नहीं कर सकता। हमने अति पिछड़ा वर्ग आयोग बनाया है और यह तीन महीने में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा और हमने शुरुआत में ही कहा है कि सराकर विशेष प्रावधान करती है और इसका लाभ दलितों में सबसे कमजोर वर्ग को मिलता है तो अत्यंत खराब हालात में जी रहे और अनपढ़ है तो हमें अपने हिस्से में कटौती करनी होगी और इसके लिए हम तैयार हैं।