Edited By vasudha,Updated: 24 Dec, 2020 02:09 PM
वैज्ञानिकों ने लामा पशु में ऐसी सुक्ष्म एंटीबॉडी या नैनोबॉडी का पता लगाया है, जो कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने में मददगार हो सकती हैं। ‘साइंटिफिक रिपोर्ट्स'' में प्रकाशित अध्ययन के प्रारंभिक परिणाम में कहा गया कि ऐसा प्रतीत होता है कि नैनोबॉडी तरल...
इंटरनेशनल डेस्क: वैज्ञानिकों ने लामा पशु में ऐसी सुक्ष्म एंटीबॉडी या नैनोबॉडी का पता लगाया है, जो कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने में मददगार हो सकती हैं। ‘साइंटिफिक रिपोर्ट्स' में प्रकाशित अध्ययन के प्रारंभिक परिणाम में कहा गया कि ऐसा प्रतीत होता है कि नैनोबॉडी तरल या ऐरोसोल दोनों रूपों में समान रूप से कारगर हैं, यानी ये सांस से लिए जाने पर भी प्रभावी हो सकती हैं।
लामा पशु से प्राप्त हुई एंटीबॉडी
अमेरिका के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच) के अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि इनमें से ‘एनआईएच-कोवएनबी-112' नामक एंटीबॉडी ऐसी हैं, जो संक्रमण रोक सकती हैं और कोविड-19 संक्रमण के लिए जिम्मेदार सार्स-कोव-2 के स्पाइक प्रोटीन को काबू करने वाले वायरस के कणों का पता लगा सकती हैं।
कैमिलिड पशुओं में पाई जाती है ये एंटीबॉडी
‘यूनीफॉर्म्ड सर्विसेज यूनिवर्सिटी फॉर द हेल्थ साइंसेज' के प्रोफेसर डेविड एल ब्रोडी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि ये कोविड-19 रोधी नैनोबॉडी संक्रमण को रोकने में काफी प्रभावी और बहुआयामी हो सकती हैं।'' नैनोबॉडी एक विशेष प्रकार की एंटीबॉडी होती हैं, जो कैमिलिड पशुओं में पाई जाती हैं। ऊंट, लामा और अल्पाका कैमिलिड पशु हैं।