Edited By rajesh kumar,Updated: 28 Jun, 2022 08:06 PM
शिवसेना सांसद संजय राउत ने उस दावे को लेकर पार्टी के बागी विधायकों की खिंचाई की है, जिसमें कहा गया है कि वे पार्टी की हिंदुत्व की छवि को बचाने के लिए लड़ रहे हैं। राउत ने मंगलवार को कहा कि बागी विधायकों में से आधे से अधिक पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस...
नेशनल डेस्क: शिवसेना सांसद संजय राउत ने उस दावे को लेकर पार्टी के बागी विधायकों की खिंचाई की है, जिसमें कहा गया है कि वे पार्टी की हिंदुत्व की छवि को बचाने के लिए लड़ रहे हैं। राउत ने मंगलवार को कहा कि बागी विधायकों में से आधे से अधिक पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में थे।
इस बीच बागी विधायकों और उनके नेता तथा महाराष्ट्र के वरिष्ठ मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के वैचारिक रूप से समान पार्टी भाजपा से अलग होने और राकांपा तथा कांग्रेस के साथ हाथ मिलाने के फैसले का उन्होंने समर्थन नहीं किया था। मुंबई के पास अलीबाग में एक जनसभा में राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे का समर्थन करने वाले बागी विधायक कह रहे हैं कि उनका मकसद पार्टी संस्थापक बालासाहेब ठाकरे द्वारा परिकल्पित ‘हिंदुत्व' की रक्षा करना है।
उन्होंने कहा, ‘‘बागी विधायकों में से 20 राष्ट्रवादी कांग्रेस से शिवसेना में आए हैं। वे किस हिंदुत्व की बात कर रहे हैं? बालासाहेब ठाकरे का विरोध करने वालों ने अपना करियर बर्बाद कर लिया।'' गुवाहाटी में डेरा डाले शिंदे गुट के अनुसार उसे शिवसेना के 55 में से 40 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। राउत ने अलीबाग से पार्टी विधायक महेंद्र दलवी के शिंदे खेमे में शामिल होने का जिक्र करते हुए कहा कि ‘बैल' बदलने का समय आ गया है।