यह प्रोफेसर है फाऊंटेन पैन का दीवाना

Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Mar, 2018 02:03 PM

this professor is crazy for fountain pen

फाऊंटेन इंक पैन के साथ सफेद कागज पर लिखना शायद अब 90 के दशक की पीढ़ी को ही याद होगा। एक वक्त था जब स्कूली छात्र-छात्राओं को केवल इंक पैन से लिखने की इजाजत होती थी जिससे लिखाई विशेष रूप से सुंदर बनती थी। कम्प्यूटर के की-बोर्ड या बॉल पैन तक सीमित...

नेशनल डेस्कः फाऊंटेन इंक पैन के साथ सफेद कागज पर लिखना शायद अब 90 के दशक की पीढ़ी को ही याद होगा। एक वक्त था जब स्कूली छात्र-छात्राओं को केवल इंक पैन से लिखने की इजाजत होती थी जिससे लिखाई विशेष रूप से सुंदर बनती थी।  कम्प्यूटर के की-बोर्ड या बॉल पैन तक सीमित रहने वाली नई पीढ़ी को फाऊंटेन पैन के बारे में बताने के लिए मुंबई में मलाड के प्रोफैसर यशवंत पिटकर ने ठाणे में ‘द ट्रैवलिंग इंकपॉट’ नामक एक प्रदर्शनी आयोजित की। 65 के हो चुके प्रो. यशवंत को स्याही, फाऊंटेन पैन और संबंधित चीजों से किसी बच्चे जैसा लगाव है। वह कहते हैं, ‘‘जिस तरह जुनून जिंदगी का सार है, स्याही एक फाऊंटेन पैन की आत्मा है।’’

बचपन में ही फाऊंटेन पैन और स्याही के प्रति आकर्षित होने वाले यशवंत चाहते हैं कि वर्तमान पीढ़ी भी फाऊंटेन पैन से लिखने के आनंद को जाने। प्रभादेवी स्थित एकैडमी ऑफ आर्किटैक्चर में डिजाइन पढ़ाने वाले यशवंत कहते हैं, ‘‘की-बोर्ड में कोई अपनापन नहीं है लेकिन लिखावट आपको लिखने वाले व्यक्ति को जानने का अवसर देती है। लेखक द्वारा इस्तेमाल की गई स्याही के रंग से भी उसके स्वभाव की एक झलक मिलती है। 23 और 24 फरवरी को ठाणे वैस्ट में तेमभिनका के टाऊनहॉल में आयोजित अपनी प्रदर्शनी में उन्होंने 90 से अधिक प्रकार की स्याही, किताबें, पैन स्टैन्ड्स तथा स्याही की बोतलें प्रदर्शित कीं। देश में केवल 3 से 4 प्रकार की स्याही ही उपलब्ध हैं परंतु यशवंत बताते हैं विदेशों में कई किस्म की स्याही उपलब्ध हैं। जैसे कि अदृश्य स्याही, केसर रंग की स्याही, सुगंधित स्याही। उनकी पसंदीदा फिरोजी रंग की स्याही है।

गुलाब की सुगंध वाली सुगंधित स्याही को प्यार की स्याही के रूप में जाना जाता है जिसे मोंट ब्लांक कंपनी बनाती है। लग्जरी ब्रांड लुई वीटॉन भूरे रंग की स्याही बनाता है। वह कहते हैं, ‘‘अदृश्य स्याही से लिखा हुआ केवल पराबैंगनी रोशनी में ही देखा जा सकता है। यह स्याही नूडलर्स ने बनाई है।’’ उनके संग्रह में 20 से 2 हजार रुपए तक मूल्य वाली स्याही की बोतलें शामिल हैं। उनका पसंदीदा फाऊंटेन पैन पेलिकन कंपनी का फिलर फाऊंटेन पैन है। ठाणे के बाद जल्द ही नासिक में प्रदर्शनी आयोजित करने की उनकी योजना है। फिर पुणे, बेंगलूर सहित इस वर्ष देश में 10 स्थानों पर वह ऐसी प्रदर्शनी आयोजित करना चाहते हैं। उनकी प्रदर्शनी किसी तरह का लाभ अर्जित करने के लिए नहीं है और न ही यहां कुछ बिक्री किया जाता है। उनका उद्देश्य फाऊंटेन पैन तथा उसकी स्याही के बारे में युवा पीढ़ी को जागरूक करना है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!