Edited By Seema Sharma,Updated: 14 Jul, 2020 01:06 PM
देश का सबसे अमीर मंदिर तिरुपति नोटबंदी के चार साल बाद अब 500 और 1000 के पुराने नोट बदलवाना चाहता था। तिरुपति के ट्रस्ट ने केंद्र सरकार से 51 करोड़ रुपए के 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों को बदलने की मांग की है। तिरुपति तिरुमला देवस्थानम ट्रस्ट के...
नेशनल डेस्कः देश का सबसे अमीर मंदिर तिरुपति नोटबंदी के चार साल बाद अब 500 और 1000 के पुराने नोट बदलवाना चाहता था। तिरुपति के ट्रस्ट ने केंद्र सरकार से 51 करोड़ रुपए के 500 और 1000 रुपए के पुराने नोटों को बदलने की मांग की है। तिरुपति तिरुमला देवस्थानम ट्रस्ट के चेयरपर्सन वाईवी सुब्बा रेड्डी ने सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के सामने यह मांग रखी। रेड्डी ने सीतारमण से कहा कि कोरोना संकट के चलते मंदिर की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है और इसलिए ट्रस्ट मंदिर में रखे पुराने 500 और 1000 के नोटों को बदलवाना चाहता है।
रेड्डी ने कहा कि भगवान तिरुपति के श्रद्धालुओं ने दानपात्र में यह रकम आस्था के साथ डाली है और हम उनकी ओर से श्रद्धा के साथ दी गई रकम को नजरअंदाज नहीं कर सकते। रेड्डी ने बताया कि नोटबंदी के बाद मंदिर प्रशासन ने पुराने नोटों को लेना बंद कर दिया था। हालांकि कुछ श्रद्धालु मंदिर की हुंडी यानी दानपात्र में कुछ रकम डाल गए थे, उन पैसों पर मंदिर का कोई दखल नहीं होता इसलिए तब उनको नहीं खोला गया। रेड्डी ने कहा कि RBI की तरफ से नोटों को बदलने की तारीख खत्म होने के बाद ही यह रकम दान पात्र में आई है। रोड्डी ने बताया कि निर्मला सीतारमण ने इस मसले का हल निकाले जाने का भरोसा दिलाया है।
सीतारमण ने कहा कि वे इस मामले को केंद्रीय बैंक के सामने उठाएंगी। बता दें कि इससे पहलेमई महीने में खबर आई थी कि लॉकडाउन के कारण मंदिर को 400 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। मंदिर के पास अपने कर्मचारियों को देने के लिए पैसे भी कम पड़ गए जिसके चलते कर्मचारियों की सैलरी में कटौती की गई।