Edited By Anil dev,Updated: 09 Jan, 2019 05:00 PM
लोकसभा चुनाव के पहले विपक्षी एकता की अगुवाई की तैयारी में जुटी तृणमूल कांग्रेस को बुधवार को उस समय तगड़ा झटका लगा जब उसके मौजूदा लोकसभा सांसद सौमित्र खान ने अपनी नेता ममता बनर्जी का साथ छोड़ कर भारतीय जनता पार्टी
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के पहले विपक्षी एकता की अगुवाई की तैयारी में जुटी तृणमूल कांग्रेस को बुधवार को उस समय तगड़ा झटका लगा जब उसके मौजूदा लोकसभा सांसद सौमित्र खान ने अपनी नेता ममता बनर्जी का साथ छोड़ कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थाम लिया। खान बिष्णुपुर (सुरक्षित) सीट से सांसद हैं और वह 2014 में पहली बार संसद के लिए चुने गये थे। भाजपा के मुख्यालय में पार्टी महासचिव अरुण सिंह, केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय की मौजूदगी में श्री खान ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
खान ने किया मोदी शाह के नेतृत्व में विश्वास
खान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य में भाजपा को अभूतपूर्व सफलता प्राप्त होगी। इस मौके पर प्रधान ने कहा कि लोकप्रिय जननेता प्रधानमंत्री मोदी एवं पार्टी अध्यक्ष शाह के नेतृत्व को स्वीकार कर भाजपा में शामिल होने के सांसद खान के निर्णय का पार्टी स्वागत करती है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें पूरा विश्वास है कि 2019 के अगामी लोकसभा चुनावों में मोदी के नेतृत्व में भाजपा का पुन: उदय देश के पूर्वी क्षेत्र से होगा, जिसमें बंगाल व ओडिशा जैसे सभी पूर्वी राज्य बहुत अहम भूमिका निभाएंगे।’’
नेताओं का भाजपा में शामिल होना राजनीति की बदलती तस्वीर का सूचक
खान ने कहा कि बंगाल के वरिष्ठ नेताओं का भाजपा में शामिल होना वहां की राजनीति की बदलती तस्वीर का सूचक है। युवाओं का भाजपा में शामिल होना, प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में‘सबका साथ,सबका विकास’की नीतिगत हो रहे समाज के समग्र विकास के प्रयासों की सफलता का अप्रतिम उदहारण है। आज के युवा श्री मोदी के नेतृत्व में देश के भविष्य को सुरक्षित एवं प्रगति की ओर अग्रसर देख पा रहे हैं।