Edited By Anil dev,Updated: 19 Nov, 2019 01:03 PM
तृणमूल कांग्रेस (TMC) की चीफ और पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले अपनी रणनीति में फेर बदल किया है। उन्होंने पहली बार बीजेपी की बजाय AIMIM को आड़े हाथों लिया है।
नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस (TMC) की चीफ और पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले अपनी रणनीति में फेर बदल किया है। उन्होंने पहली बार बीजेपी की बजाय AIMIM को आड़े हाथों लिया है। बंगाल के कूचबिहार जिले में एक कार्यक्रम को दौरान टीएमसी प्रमुख ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलीमीन का नाम लिए बिना उन्हें ‘अल्पसंख्यक कट्टरता’ को लेकर चेतावनी दी। ममता बनर्जी ने असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) पर निशाना साधते हुए कहा, "मैं देख रही हूं कि अल्पसंख्यकों के बीच कई कट्टरपंथी हैं। इनका ठिकाना हैदराबाद में है। आप लोग इन पर ध्यान मत दें।"
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) November 18, 2019
बंगाल में NRC लागू होने नहीं देंगे - ममता
कूचविहार में टीएमसी कार्यकर्ताओं (TMC Workers) को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जब तक राज्य में तृणमूल कांग्रेस की सरकार है तब तक हम बंगाल में एनआरसी लागू नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि कोई भी बंगाल में किसी की नागरिकता नहीं छीन सकता। ममता बनर्जी का सीधा निशाना केंद्र की मोदी सरकार पर था।
इससे पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संसद के शीतकालीन सत्र में ‘नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2019’ लाने का प्रयास करने के लिए मोदी सरकार (Modi Government) पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि यह विवादास्पद विधेयक बंगालियों और हिंदुओं को देश से बाहर करने के लिए एक तरह का जाल है। ममता बनर्जी ने इसे लेकर केंद्र की भाजपा सरकार का कड़ा विरोध जताया था।