Edited By Yaspal,Updated: 02 Dec, 2018 10:46 AM
पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी(पीडीपी) की अध्यक्ष एवं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से करतारपुर कॉरिडोर की तर्ज पर कश्मीरी पंड़तिों की पहुंच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित शारदा पीठ...
श्रीनगरः पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी(पीडीपी) की अध्यक्ष एवं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से करतारपुर कॉरिडोर की तर्ज पर कश्मीरी पंड़तिों की पहुंच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित शारदा पीठ तक बनाने के लिए रास्ता खोलने का अनुरोध किया है। मुफ्ती ने शारदा पीठ धाम को खोलने के लिए मोदी से मांग करते हुए एक पत्र लिखा है। पाकिस्तान के सिखों के तीर्थस्थल करतारपुर साहिब गलियारे के लिए केंद्र सरकार ने हाल ही में मंजूरी दी और इसकी भारतीय सीमा में आधारशिला उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने और पाकिस्तान की तरफ प्रधानमंत्री इमरान खान ने रखी है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर मोदी को पत्र लिखे की जानकारी देते हुए कहा है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में शारदा पीठ को कश्मीरी पंडितों के लिए खोले के लिए करतापुर साहिब की तरह ही गलियारा बनाए जाने का अनुरोध किया है। पत्र में मोदी को बधाई देते हुए पीडीपी अध्यक्ष ने लिखा ‘‘ हमारी पार्टी दोनों देशों के बीच आपसी भरोसे को बढ़ाने के लिए लोगों के बीच संपर्क बढ़ाए जाने की हमेशा हिमायती रही है। पार्टी ने हमेशा दोनों देशों के बीच पुराने रास्तों को खोले जाने का समर्थन किया है। करतारपुर साहिब को खोले जाने ने हमारे समक्ष एक और अवसर रखा है।’’
महबूबा ने पत्र में लिखा है कि शारदा पीठ कश्मीरी पंडितों के लिए बहुत महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। कश्मीरी पंडित स्वतंत्रता से पहले वहां जाते थे और अब इसे खोलने की मांग कर रहे हैं। करतारपुर गलियारा खुल जाने के बाद कश्मीरी पंडितों को आस बंधी है और वह काफी उत्साहित हैं । वे चाहते हैं जिस तरह करतारपुर साहिब गलियारा सिखों के लिए खोला गया है उसकी तरह शारदा पीठ को भी खोला जाये । इसके खुल जाने से रिश्तों को मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।
शारदा पीठ को खुलवाने के लिए संघर्ष कर रहे कश्मीरी पंडितों की समिति के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुझसे मुलाकात की और अपनी लंबित मांग को आपके समक्ष रखने का आग्रह किया। मुफ्ती ने विश्वास जताया है कि उनके इस अनुरोध पर प्राथमिकता से विचार किया जायेगा। उन्होंने लिखा कि इस कदम का राज्य का प्रत्येक नागिरक स्वागत करेगा।