Edited By vasudha,Updated: 24 Jul, 2020 09:37 AM
साल 2020 पृथ्वी के लिए काफी भारी है। कोरोना संकट और भूकंप के बाद अब उल्कापिंड तबाही मचाने आ रहा है। करीब 170 मीटर बड़ा उल्का पिंड या ऐस्टेरॉयड (Asteroid 2020 ND) आज पृथ्वी के बेहद करीब से होकर गुजरेगा, जिससे भौगोलिक उथल-पुथल हो सकती है। अमेरिका की...
नेशनल डेस्क: साल 2020 पृथ्वी के लिए काफी भारी है। कोरोना संकट और भूकंप के बाद अब उल्कापिंड तबाही मचाने आ रहा है। करीब 170 मीटर बड़ा उल्का पिंड या ऐस्टेरॉयड (Asteroid 2020 ND) आज पृथ्वी के बेहद करीब से होकर गुजरेगा, जिससे भौगोलिक उथल-पुथल हो सकती है। अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इसे लेकर पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी।
पृथ्वी के पास से आने वाले इस उल्कापिंड को Asteroid 2020ND नाम दिया गया है। यह आकार में 170 मीटर बड़ा होगा। यह जिस वक्त पृथ्वी के पास से गुजरेगा उस वक्त इसका रफ्तार करीब 48,000 किलोमीटर प्रतिघंटे होगी। यह एस्टेरॉइड पृथ्वी गृह की 0.034 AU (Astronomical unit) की रेंज के अंदर तक आएगा। एक एस्ट्रोनॉमिकल यूनिट 150 मिलियन किलोमीटर के बराबर होती है यानि कि जितनी दूरी पृथ्वी और सूरज के बीच है।
नासा के अनुसार यह उल्का पिंड लंदन के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल लंदन आई से भी बड़ा है। नासा के मुताबिक यह लगभग 4.6 अरब साल पुराने कण और अवशेष से बना हो सकता है, जब हमारे सौरमंडल का निर्माण हुआ होगा। नासा की गणना के अनुसार यह धरती के 0.034 एस्टॉनोमिकल यूनिट की रेंज तक अंदर आएगा। माना जा रहा है कि ऐसे करीब 22 उल्कापिंड है जो आने वाले समय में पृथ्वी के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।
बता दें कि उल्का के रास्ता बदलने की संभावना कम ही होती है लेकिन अगर जरा सा भी रास्ता बदला या फिर धरती के गुरुत्वाकर्षण ने उल्का को आकर्षित किया तो दुनिया के लिए बहुत बड़ी समस्या पैदा हो सकती है। इसीलिए दुनिया भर के वैज्ञानिक इस उल्का पर नजर रखे हुए हैं।