Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Dec, 2017 07:35 PM
वीएचपी की भुवनेश्वर में तीन दिन की राष्ट्रीय मीटिंग चल रही थी। इस बैठक में शुक्रवार को वीएचपी के अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष का भी फैसला होना था। संघ सूत्रों के मुताबिक मोदी समर्थक खेमा नहीं चाहता था कि प्रवीण तोगड़िया को फिर से वीएचपी का अध्यक्ष...
नई दिल्लीः विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष पद से प्रवीण तोगड़िया को बाहर करने की संघ के कुछ नेताओं की कोशिश परवान नहीं चढ़ सकी। प्रवीण तोगड़िया फिर से वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष बन गए हैं। बता दें, पीएम मोदी और तोगड़िया के बीच सालों से तनातनी है। तोगड़िया कई मौकों पर पीएम नरेंद्र मोदी और उनके समर्थकों को असहज करने वाले बयान दे चुके हैं। वीएचपी की भुवनेश्वर में तीन दिन की राष्ट्रीय मीटिंग चल रही थी। इस बैठक में शुक्रवार को वीएचपी के अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष का भी फैसला होना था। संघ सूत्रों के मुताबिक मोदी समर्थक खेमा नहीं चाहता था कि प्रवीण तोगड़िया को फिर से वीएचपी का अध्यक्ष बनाया जाए।
दिल्ली मीटिंग दो नए नामों का हुआ फैसला
सूत्रों के मुताबिक इस संबंध में 13 दिंसबर को संघ के कुछ वरिष्ठ पदाधिकारियों की दिल्ली में मीटिंग हुई थी, जिसकी जानकारी पीएम मोदी को भी दी गई। इस मीटिंग प्रवीण तोगड़िया को वीएचपी अध्यक्ष पद से हटाने के लिए दो नाम सामने करने का फैसला हुआ। मीटिंग में तय फैसले के अनुसार ही शुक्रवार को भुवनेश्वर में हुई वीएचपी की बैठक में अध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष के लिए दो नाम सामने किए गए।
बैठक में तोगड़िया के लिए लगे 'ओम' के नारे
सूत्रों के मुताबिक एक नाम हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल जस्टिस वी. एस. कोगजे और दूसरा नाम जगन्नाथ शाही का लिया गया। नौबत वोटिंग तक पहुंच गई। तब तोगड़िया समर्थकों ने उनके पक्ष में आवाज बुलंद कर दी। सूत्रों के मुताबिक जब तोगड़िया का नाम लिया गया तो मीटिंग में मौजूद करीब 250 प्रतिनिधियों में से करीब 70-75 प्रतिनिधियों ने खड़े होकर 'ओम' कहा। संघ की भाषा में सहमति के लिए 'ओम' कहा जाता है।
मजबूरन तीन साल के लिए फिर थमाया कार्यकाल
मीटिंग में मौजूद प्रतिनिधि वीएचपी के अलग-अलग राज्यों के अध्यक्ष और दूसरे देशों के वीएचपी अध्यक्ष थे। जब ज्यादातर लोगों को तोगड़िया के पक्ष में 'ओम' कहते देखा गया तो फिर वोटिंग टाल दी गई, जिसके बाद फिर से तीन साल के लिए वीएचपी के अध्यक्ष राघव रेड्डी और कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया बना दिया गया।