Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Mar, 2018 08:07 AM
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया को फिलहाल पदमुक्त नहीं किया जाएगा। आर.एस.एस. नेतृत्व उनको अपदस्थ करने के लिए भारी दबाव में था क्योंकि वह मौजूदा सरकार के लिए कोई न कोई परेशानी पैदा करते रहते हैं। हाल ही...
नेशनल डेस्कः विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया को फिलहाल पदमुक्त नहीं किया जाएगा। आर.एस.एस. नेतृत्व उनको अपदस्थ करने के लिए भारी दबाव में था क्योंकि वह मौजूदा सरकार के लिए कोई न कोई परेशानी पैदा करते रहते हैं। हाल ही में उन्होंने यह आरोप भी लगाया था कि उन्हें पुलिस मुठभेड़ में मारने की साजिश रची जा रही है लेकिन संघ परिवार ने इस आरोप पर बहुत बुरा मनाया था। यह स्पष्ट है कि तोगडिय़ा और भाजपा नेतृत्व के बीच संबंध कभी भी सुखद नहीं रहे लेकिन तोगडिय़ा को विहिप के राष्ट्रीय कार्यों से चुपचाप एक तरफ करके विहिप के अंतर्राष्ट्रीय विंग का कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया गया लेकिन उन्हें इस पद से भी हटाने के सुझाव से आर.एस.एस. नेतृत्व सुखद महसूस नहीं कर रहा।
आखिर देश के अंदर कट्टर हिंदुत्व के समर्थकों में तोगडिय़ा की अच्छी-खासी पैठ है और इसके चलते तोगडिय़ा की मौजूदा पद से छुट्टी का बहुत गलत संदेश जाएगा। फिर भी फरवरी में विहिप की उच्च स्तरीय मीटिंग में उन्हें कुछ खरी-खरी सुनाते हुए कहा गया है कि वह ‘पुलिस मुठभेड़’ जैसे आरोपों से परहेज करें क्योंकि इससे उनकी अपनी ही छवि धूमिल होती है। तब से तोगडिय़ा कुछ नरम रुख अपनाए हुए हैं और साथ ही उन्हें कुछ समय के लिए राहत भी मिल गई है।