ऑफ द रिकॉर्डः CBI को लेकर PM मोदी के लिए कठिन समय

Edited By Seema Sharma,Updated: 18 Oct, 2018 08:29 AM

tough time for pm modi to choose cbi chief

प्रधानमंत्री की सीबीआई में हमेशा चलती है, क्योंकि यह प्रमुख जांच एजेंसी प्रत्यक्ष रूप से उनके तहत है। सी.बी.आई. के निदेशक की नियुक्ति पी.एम. करते हैं, यद्यपि भारत के मुख्य न्यायाधीश और लोकसभा में विपक्ष के नेता निदेशक के चयन के लिए बने ‘कालेजियम’

नेशनल डेस्कः प्रधानमंत्री की सीबीआई में हमेशा चलती है क्योंकि यह प्रमुख जांच एजेंसी प्रत्यक्ष रूप से उनके तहत है। सी.बी.आई. के निदेशक की नियुक्ति पी.एम. करते हैं। बहरहाल, इस बार एक अजीब-सी स्थिति पैदा हो गई है, जिस कारण पी.एम. मोदी के लिए कठिन समय है। पहला कारण यह है कि मौजूदा सी.बी.आई. प्रमुख आलोक वर्मा मोदी की बात नहीं सुनते। यद्यपि उनकी नियुक्ति मोदी ने खुद की थी। मोदी उनसे बहुत नाराज हैं और चाहते हैं कि उनकी छुट्टी हो, लेकिन प्रधानमंत्री उनको बर्खास्त नहीं कर सकते, क्योंकि उनका 2 वर्ष का निश्चित कार्यकाल है।
PunjabKesari
मोदी के लिए अच्छी बात यह है कि वह जनवरी में सेवानिवृत्त हो रहे हैं, इसलिए सी.बी.आई. के नए निदेशक की तलाश शुरू हो गई है और कार्मिक विभाग ने इस महत्वपूर्ण पद के लिए सम्भावित अधिकारियों का नाम सुझाए है। डी.ओ.पी.टी. भी मोदी के तहत है। हताश सरकार आलोक वर्मा के उत्तराधिकारी के लिए एक विश्वसनीय अधिकारी की तलाश में जुटी हुई है। मौजूदा निदेशक आलोक वर्मा और प्रधानमंत्री कार्यालय (पी.एम.ओ.) के बीच अविश्वास हाल ही के वर्षों में बहुत बढ़ गया है। यहां तक कि वर्मा ने सी.बी.आई. के एक विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ खुली जंग छेड़ रखी है। अस्थाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे विश्वसनीय अधिकारी हैं।
PunjabKesari
वर्मा और अस्थाना के बीच कटुता इस सीमा तक बढ़ गई है कि वर्मा ने भ्रष्टाचार के केस में कथित रूप से संलिप्त होने के मामले में अस्थाना के खिलाफ जांच का आदेश दिया है। वर्मा ने अस्थाना के खिलाफ दो पत्र केन्द्रीय सतर्कता आयोग (सी.वी.सी.) को लिखे हैं। सी.वी.सी. सी.बी.आई. की निगरानी करने वाली संस्था के अलावा यह देखती है कि सी.बी.आई. ने क्या किया है। अब मोदी सरकार अपने विश्वसनीय व्यक्ति को सी.बी.आई. का अगला निदेशक नियुक्त करना चाहती है, मगर स्थिति आसान नहीं। भारत के मौजूदा मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के मोदी के साथ मधुर संबंध नहीं।
PunjabKesari
विपक्ष में सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े भी मोदी के खिलाफ हैं। ये दोनों उस कॉलेजियम के सदस्य हैं जो सी.बी.आई. के नए निदेशक का चयन करेगी। इसमें संदेह नहीं कि प्रधानमंत्री मोदी बैठक की अध्यक्षता करेंगे, लेकिन पी.एम.ओ. के लिए इस बार सी.बी.आई. निदेशक पद के लिए अपने चहेते का नाम पारित कराना आसान नहीं हो सकता। इसलिए मोदी सरकार गम्भीर दुविधा में है कि वह कैसे अपने चहेते अधिकारी को नया सी.बी.आई. प्रमुख नियुक्त करवाए।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!