Edited By vasudha,Updated: 07 Jan, 2021 01:04 PM
किसानों की ट्रैक्टर रैली से पहले वीरवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान अलग-अलग जगहों पर रैली निकालने वाले हैं। मौसम ठीक नहीं रहने के पूर्वानुमान के बाद किसानों ने छह जनवरी के बजाए...
नेशनल डेस्क: किसानों की ट्रैक्टर रैली से पहले वीरवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान अलग-अलग जगहों पर रैली निकालने वाले हैं। मौसम ठीक नहीं रहने के पूर्वानुमान के बाद किसानों ने छह जनवरी के बजाए सात जनवरी को ट्रैक्टर रैली निकालने की घोषणा की थी। पिछले चार दिनों में शहर में बारिश हुई थी।
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भीषण ठंड, बारिश के बावजूद पंजाब, हरियाणा और देश के कुछ अन्य भागों के हजारों किसान पिछले 40 दिनों से ज्यादा समय से दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे हुए हैं। किसान कृषि कानूनों को निरस्त करने, फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी देने तथा दो अन्य मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों और तीन केंद्रीय मंत्रियों के बीच सोमवार को हुई बैठक बेनतीजा रही थी क्योंकि किसान तीनों कानूनों को निरस्त करने की अपनी मांग पर डटे हुए हैं।
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राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर किसानों के आने के बाद से दिल्ली यातायात पुलिस अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शहर में सड़कों के बंद होने के बारे में लोगों को लगातार सूचनाएं दे रही है। सिलसिलेवार ट्वीट में यातायात पुलिस ने कहा कि सिंघू, औचंदी, प्याऊ मनियारी, सबोली और मंगेश बार्डरा यातायात के लिए बंद है। यातायात पुलिस ने कहा कि किसानों के प्रदर्शन के कारण चिल्ला और गाजीपुर बॉर्डर बंद हैं। नोएडा और गाजियाबाद से दिल्ली आने के लिए आनंद विहार, डीएनडी, भोपुरा और लोनी बार्डर जैसे वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल करें।