Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jul, 2017 02:50 PM
बेंगलुरु की सेंट्रल जेल में एआईडीएमके प्रमुख वीके शशिकला को वीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाने के मामले को सामने लाने
बेंगलुरु: बेंगलुरु की सेंट्रल जेल में एआईडीएमके प्रमुख वीके शशिकला को वीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाने के मामले को सामने लाने वाली डीआईजी डी रूपा का ट्रांसफर हो गया है। उनका ट्रांसफर रोड सेफ्टी ऐंड ट्रैफिक विभाग में कर दिया गया है, वह अब रोड सेफ्टी ऐंड ट्रैफिक कमिश्नर होंगी। डीआईजी रूपा ने शनिवार को एआईएडीएमके अध्यक्ष शशिकला मामले में अपनी दूसरी रिपोर्ट डीजीपी एचएन सत्यनारायण राव को सौंपी थी। जिसमें उन्होंने जेल में चल रहे भ्रष्टाचार का खुलासा किया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अपनी इस रिपोर्ट में डी रूपा ने केंद्रीय जेल में रख-रखाव के मामलों पर प्रकाश डाला था। इसके साथ ही उन्होंने एआईएडीएमके अध्यक्ष वीके शशिकला को वीआईपी ट्रीटमेंट देने संबंधित कई महत्वपूर्ण सीसीटीवी फुटेज डिलीट किए जाने का आरोप लगाया था।
रिपोर्ट में बताया गया था कि विजिटर गैलरी में केवल 2 सीसीटीवी कैमरा मौजूद हैं। शशिकला को एक अलग कमरा दिया गया था कि जिसमें वह किसी से भी मिल सकती थीं। सभी घटनाएं कैमरे में कैद हुई थी लेकिन उसकी रिकॉर्डिंग डिलीट कर दी गई। गौरतलब है कि डीआईजी रूपा ने जेल प्रशासन पर स्पेशल ट्रीटमेंट देने का आरोप लगाया था। डीआईजी ने अपने वरिष्ठ अधिकारी डीजीपी सत्यनारायण राव पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। उनका आरोप है कि शशिकला को स्पेशल ट्रीटमेंट देने के लिए दो करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई थी। हालांकि राव ने डीआईजी के सभी आरोप को गलत बताया था।