Edited By Monika Jamwal,Updated: 12 Jun, 2019 06:49 PM
कर्मिशियल वाहनों में जी.पी.एस. के साथ पैनिक बटन लगाए जाने के विरोध में राज्य भर में ट्रांस्पोर्टरों ने हड़ताल करते हुए अपना विरोध दर्ज करवाया।
कठुआ : कर्मिशियल वाहनों में जी.पी.एस. के साथ पैनिक बटन लगाए जाने के विरोध में राज्य भर में ट्रांस्पोर्टरों ने हड़ताल करते हुए अपना विरोध दर्ज करवाया। राज्य व्यापी इस इस हड़ताल का असर जिला कठुआ में भी पूर्ण रूप से देखने को मिला। बस अड्डों से यात्री वाहनों के पहिए पूरी तरह से थमे नजर आए। यही नहीं लोकल रूटों पर चलने वाले यात्री वाहनों की आवाजाही भी पूरी तरह से ठप रही। जिससे आम यात्रियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। यही नहीं जम्मू पठानकोट राजमार्ग पर भी वाहनों की सेवाएं न मिलने के कारण यात्री को हल्कान होना पड़ा।
कालीबड़ी, हटली मोड़, लखनपुर के अलावा शहर के शहीदी चौक, मुखर्जी चौक, कॉलेज मार्ग सहित कई स्थानों पर यात्री दरबदर होते नजर आए। कई तो लिफ्ट लेकर गंतव्य की ओर जाते दिखे। यात्री सुरेश कुमार, पवन पाल, वीना कुमारी ने कहा कि ट्रांस्पोर्टरों की हड़ताल के कारण उन्हें पूरी तरह से परेशान होना पड़ा है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि इस तरह की हड़तालों में आम लोगों को भी परेशानियों से बाहर निकालने का प्रबंध किया जाए। कई बार जरूरत के अनुसार आवाजाही करनी ही पड़ती है लेकिन आज हड़ताल से परेशानियां बढ़ी हैं।
बस स्टैंड में चालकों, सहचालकों ने किया प्रदर्शन
कठुआ : बस स्टैंड में आपरेटरों, चालकों, सहचालकों ने भी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में कमल किशोर, तरसेम आदि ने कहा कि सरकार कर्मिशियल वाहनों में जी.पी.एस. लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जी.पी.एस. एक तो महंगा है और आपरेटर इतना महंगा खर्च उठा नहीं सकती। खर्चा दिन व दिन बढ़ रहा है। सरकार नई-नई तकनीकों को लेकर उन्हें परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह तो सिर्फ सांकेतिक हड़ताल है और अगर उन्हें और ज्यादा परेशान किया गया तो वह संघर्ष को और तेज करने को मजबूर हो जाएंगे।