Edited By Seema Sharma,Updated: 07 May, 2020 01:51 PM
दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के बीच स्वदेश वापसी की उड़ानों से विदेश से लौट कर शहर के हवाई अड्डे पहुंचने वाले लोगों की जांच और प्रबंधन के लिए बुधवार को दिशा निर्देश जारी किए। इसके तहत इन यात्रियों को 14...
नेशनल डेस्क: दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के बीच स्वदेश वापसी की उड़ानों से विदेश से लौट कर शहर के हवाई अड्डे पहुंचने वाले लोगों की जांच और प्रबंधन के लिए बुधवार को दिशा निर्देश जारी किए। इसके तहत इन यात्रियों को 14 दिन आइसोलेशन में रखा जाएगा जिसके लिए उन्हें खुद भुगतान करना होगा।इस बीच, विभिन्न केंद्रों में क्वारंटाइन की अवधि पूरी कर चुके तबलीगी जमात के 4000 सदस्यों को छोड़ने का आदेश जारी किया गया। दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने एक आदेश जारी किया जिसमें यह भी कहा गया है कि निजामुद्दीन की घटना में तबलीगी जमात के जिन सदस्यों के नाम हैं और जांच में आवश्यकता है उनको दिल्ली पुलिस की हिरासत में भेजा जाएगा।
राजधानी में 23 मार्च से बंद पड़े औद्योगिक क्षेत्रों में कामकाज फिर से शुरू करने के लिए कुछ जिला मजिस्ट्रेटों ने इकाइयों को खोलने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश भी जारी किए। इसमें कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्तियों की निकटता के बारे में अलर्ट के लिए सभी कर्मचारियों द्वारा 'आरोग्य सेतु' मोबाइल ऐप डाउनलोड करना भी निर्धारित किया गया है। सरकार ने Covid-19 के प्रसार पर रोक के लिए लागू लॉकडाउन के बीच अन्य देशों से उड़ानों से विदेश से शहर के हवाई अड्डे पर वापसी करने वाले यात्रियों की जांच और प्रबंधन के लिए भी दिशानिर्देश जारी किए। आदेश में कहा गया कि दिल्ली हवाई अड्डे आने वाले यात्रियों को पहुंचने की तारीख से 14 दिन अलग रखा जाएगा जिसके लिए उन्हें स्वयं भुगतान करना होगा।
बता दें कि तबलीगी जमात के हजारों सदस्य निजामुद्दीन मरकज में एक धार्मिक कार्यक्रम में इकट्ठा हुए थे। जानकारी मिलने के बाद इन सदस्यों को वहां से निकाला गया था। जांच में बड़ी संख्या में संक्रमण के मामले मिलने से यह स्थान कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट के रूप में उभरा था। कोरोना वायरस से ठीक हुए तबलीगी जमात के कई सदस्यों ने अपना प्लाज्मा दान किया है जिसका उपयोग अन्य रोगियों के प्लाज्मा थेरेपी के लिए किया जाएगा।