Edited By Ravi Pratap Singh,Updated: 01 Aug, 2019 12:23 PM
कश्मीर को लेकर केंद्र सरकार की नीति स्पष्ट नजर आ रही है। वह अलगाववादियों के दबाव में नहीं बल्कि उनपर दबाव बनाने के रास्ते पर चल रही है। इसलिए कश्मीर के हर गांव में इस बार स्वतंत्रता दिवस पर पंच-सरपंच तिरंगा फहराएंगे।
श्रीनगरः कश्मीर को लेकर केंद्र सरकार की नीति स्पष्ट नजर आ रही है। वह अलगाववादियों के दबाव में नहीं बल्कि उनपर दबाव बनाने के रास्ते पर चल रही है। इसलिए कश्मीर के हर गांव में इस बार स्वतंत्रता दिवस पर पंच-सरपंच तिरंगा फहराएंगे। इसके लिए प्रशासन ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। आतंकियों के गढ़ माने जाने वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां सैन्य बलों की तैनाती का विचार है।
बता दें कि कश्मीर में हर साल स्वतंत्रता दिवस पर अलगाववादी संगठन बंद का ऐलान करते हैं और लोगों से काला दिवस मनाने की अपील करते हैं। घाटी में अब तक सिर्फ सरकारी इमारतों में वो भी कड़ी सुरक्षा में स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया जाता रहा है। जानकारों की मानें तो कश्मीर में 10 हजार अतिरिक्त सैन्य बलों की तैनाती इसी योजना को पूरा करने के लिए ही की गई है। अपने कश्मीर दौरे के वक्त राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी इस विषय में पुलिस और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के अफसरों के साथ चर्चा की थी। कश्मीर के प्रत्येक गांव में राष्ट्रीय ध्वज फहरें इस संबंध में गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में श्रीनगर में उच्चस्तरीय बैठक हुई थी।
सरकार चाहती है कि स्वतंत्रता दिवस पर पूरे कश्मीर में अधिक से अधिक पंचायतों में तिरंगा फहराया जाए। इससे आतंकियो-अलगाववादियों के न केवल हौंसले पस्त होंगे बल्कि जनता में राष्ट्रवाद की भावना का भी संचार होगा।