Edited By vasudha,Updated: 22 Nov, 2020 10:51 AM
भारत, सिंगापुर और थाईलैंड की नौसेनाओं के बीच साझा समुद्री अभ्यास के दूसरे संस्करण की शुरूआत हो चुकी है। SITMEX-2020 नाम का यह अभ्यास अंडमान सागर में चल रहा है, जिसमें नौसेनाएं अपनी ताकत दिखा रही हैं। हालांकि कोविड महामारी के चलते यह अभ्यास समुद्र...
नेशनल डेस्क: भारत, सिंगापुर और थाईलैंड की नौसेनाओं के बीच साझा समुद्री अभ्यास के दूसरे संस्करण की शुरूआत हो चुकी है। SITMEX-2020 नाम का यह अभ्यास अंडमान सागर में चल रहा है, जिसमें नौसेनाएं अपनी ताकत दिखा रही हैं। हालांकि कोविड महामारी के चलते यह अभ्यास समुद्र तक ही सीमित रहेगा, तीनों देशों की सेना एक दूसरे से संपर्क नहीं करेगी।
तीनों देशों के बीच रिश्ते होंगे मजबूत
इस साझा अभ्यास का मकसद तीनों देशों की नौसेनाओं के बीच रिश्तों को और अधिक मजबूत करना है। अभ्यास के इस संस्करण में युद्ध-पर-समुद्री अभ्यास, नौसेना युद्धाभ्यास, सतह और हवाई लक्ष्यों पर हथियारों की गोलीबारी, सीमांसशिप के विकास और समन्वित नेविगेशन ऑपरेशन शामिल होंगे। तीन देशों के नौसैनिक अपने रण कौशल का परिचय देते हुए परस्पर अनुभव साझा कर रहे हैं।
दो स्वदेशी युद्धपोत करेंगे भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व
भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व दो स्वदेशी युद्धपोतों- एएसडब्ल्यू कार्वेट, आईएनएस कामोर्ता और एक गाइडेड मिसाइल कोरवेट, आईएनएस करमुक द्वारा किया जा रहा है। जबकि रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर नेवी (RSN) का प्रतिनिधित्व RSN के निर्भीक अधिकारी, खास जहाज और एक लैंडिंग प्लेटफॉर्म डॉक कर है। वहीं थाइलैंड नेवी का प्रतिनिधित्व एचटीएमएस क्राबुरी द्वारा किया जा रहा हैं।
पीएम मोदी ने किया था इस अभ्यास का ऐलान
SITMEX के समापन पर, RSN से भाग लेने वाले जहाज बंगाल की खाड़ी में SIMBEX 20 के भाग के रूप में भारतीय नौसेना के साथ अभ्यास करेंगे। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जून 2018 में शांगरी-ला संवाद में अपने मुख्य भाषण के दौरान भारत, सिंगापुर और थाईलैंड के बीच एक त्रिपक्षीय नौसेना अभ्यास के आयोजन की घोषणा की थी। अभ्यास का पहला संस्करण अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से सितंबर 2019 में पोर्ट ब्लेयर में आयोजित बंदरगाह चरण और अंडमान सागर में पांच दिनों में फैले एक समुद्री चरण के साथ आयोजित किया गया था।