Edited By Anil dev,Updated: 01 Jul, 2019 10:41 AM
तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां इन दिनों अपनी शादी को लेकर सुॢखयों में हैं। फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कहा कि टी.एम.सी. सांसद नुसरत जहां की जैन व्यापारी के साथ शादी इस्लाम के अनुसार मान्य नहीं है।
नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस की सांसद नुसरत जहां इन दिनों अपनी शादी को लेकर सुॢखयों में हैं। फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कहा कि टी.एम.सी. सांसद नुसरत जहां की जैन व्यापारी के साथ शादी इस्लाम के अनुसार मान्य नहीं है। जहां के खिलाफ फतवा जारी होने के बाद मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने यह बयान दिया है। दरअसल जहां संसद में सिंदूर लगाकर पहुंची थीं। मीडिया से बातचीत करते हुए इमाम ने कहा कि मुझे नहीं पता कि फतवे में क्या उल्लेख किया गया है लेकिन इस्लाम ‘सिंदूर’ की अनुमति नहीं देता है।
उन्होंने आगे कहा कि यह इस्लाम की संस्कृति नहीं है, यह शादी नहीं बल्कि दिखावे का रिश्ता लग रहा है। मुसलमान और जैन दोनों इसे विवाह नहीं मानेंगे। अब वह न तो मुसलमान है और न ही जैन। उसने एक बड़ा अपराध किया है, उसे ऐसा नहीं करना चाहिए था। जानकारी के लिए बता दें कि शनिवार को टी.एम.सी. सांसद नुसरत जहां का सिंदूर और चूडिय़ां पहनना विवाद का विषय बन गया। इमाम ने आगे कहा कि एक मुस्लिम बस एक मुस्लिम से ही शादी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे पता चला कि नुसरत एक अभिनेत्री हैं और सिनेमा में लोग धार्मिक प्रथाओं की परवाह नहीं करते हैं। वे बस वहीं करते हैं जो उनका मन करता है।
हालांकि भाजपा नेता शाजिया इल्मी जो अभिनेत्री से राजनेता बनी हैं, जहां के समर्थन में सामने आईं। उन्होंने कहा कि हर महिला को कैसे भी कपड़े पहनने और किसी भी धर्म की परवाह किए बिना अपनी पसंद के अनुष्ठान का पालन करने का अधिकार है। चाहे नुसरत जहां सिंदूर लगाना चाहें या नहीं यह उनकी मर्जी है। साध्वी प्राची ने भी बयान के लिए मौलवी पर निशाना साधा। साध्वी प्राची ने कहा कि नुसरत हमारे समुदाय में आईं क्योंकि उनका भविष्य हमारे धर्म में सुरक्षित है। वह समझती हैं कि ङ्क्षहदू धर्म महिलाओं का सम्मान करता है।