Edited By Pardeep,Updated: 28 Aug, 2019 04:35 AM
भतीजी के साथ प्रेम संबंध से नाराज चाचा उसके प्रेमी को शराब पार्टी के बहाने बागपत ले गया। वहां पर प्रेमी को शराब पिलाने के बाद अपने साथी के साथ मिलकर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। शव की पहचान न हो, इसलिए उसके चेहरे को बुरी तरह से जला दिया। लेकिन...
नई दिल्ली: भतीजी के साथ प्रेम संबंध से नाराज चाचा उसके प्रेमी को शराब पार्टी के बहाने बागपत ले गया। वहां पर प्रेमी को शराब पिलाने के बाद अपने साथी के साथ मिलकर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। शव की पहचान न हो, इसलिए उसके चेहरे को बुरी तरह से जला दिया। लेकिन द्वारका जिले में हथियार लेकर घूमने के दौरान पुलिस ने दोनों को धर दबोचा। उसके बाद इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा हुआ। घटना एक सप्ताह पहले की है। गिरफ्तार बदमाशों की पहचान हरियाणा झज्जर निवासी प्रमोद और नजफगढ़ निवासी प्रकाश के रूप में हुई है।
डीसीपी एंटो अल्फोंस के मुताबिक अरोपियों के खुलासे के बाद ही युवक के परिजनों को भी उसकी हत्या के बारे में पता चला। पुलिस आरोपियों के निशानदेही पर मृत युवक की शिनाख्त करवाई। उनके मुताबिक दोनों को इलाके में हथियार लेकर घूमने की जानकारी मिलने के बाद द्वारका साउथ थाना पुलिस ने पकड़ा था।
पूछताछ में प्रमोद ने बताया कि उन लोगों ने अपने दूर के एक रिश्तेदार कानोनदा झज्जर निवासी अंकित की हत्या कर दी है। उसे शक था कि अंकित का उसकी भतीजी के साथ संबंध है। प्रमोद ने बताया कि इसकी जानकारी उसने अंकित के परिवार वालों को दी थी लेकिन उन लोगों ने बातों को अनसुना कर दिया। उसके बाद प्रमोद ने अंकित को ठिकाने लगाने की साजिश रची। उसने नजफगढ़ के रहने वाले प्रकाश को इसमें शामिल किया। प्रकाश ने तीन पिस्टल का इंतजाम किया।
प्रेमी को बागपत ले जाकर कर दी थी हत्या
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि गत 20 अगस्त को प्लान के मुताबिक बहादुरगढ़ में प्रमोद ने अंकित को शराब की पार्टी में बुलाया। नशे में आने के बाद प्रमोद, प्रकाश व अन्य लोग अंकित को उत्तर प्रदेश के बागपत ले गए और उसकी हत्या कर दी। 23 अगस्त को बागपत के कोतवाली थाने को इलाके से एक युवक की लाश मिली थी जिसका चेहरा झुलसा हुआ था। जिससे उसकी पहचान मुश्किल हो रही थी। कोतवाली पुलिस ने शव को पहचान के लिए रखवाकर हत्या और साक्ष्य छिपाने का मामला दर्ज कर लिया। आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद द्वारका पुलिस ने कोतवाली थाने से संपर्क किया। जिसमें युवक की हत्या होने की पुष्टि हो गई। अंकित के परिवार वालों से अंकित की शिनाख्त की। परिवार वालों ने बताया कि अंकित बहादुरगढ़ में रहता था और एक माह में घर आता था। इसलिए उनलोगों को उसकी हत्या के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।