Edited By shukdev,Updated: 17 Aug, 2018 08:24 PM
चीन ने मुद्रा संकट से गुजर रहे तुर्की को शुक्रवार को नैतिक समर्थन की पेशकश की और भरोसा जताया कि तुर्की अपनी ‘अस्थायी’ आर्थिक कठिनाइयों को दूर करने में सक्षम है। नाटो के सदस्य देशों तुर्की और अमरीका के बीच संबंध बिगडऩे की वजह से इस वर्ष तुर्की की...
नई दिल्ली: चीन ने मुद्रा संकट से गुजर रहे तुर्की को शुक्रवार को नैतिक समर्थन की पेशकश की और भरोसा जताया कि तुर्की अपनी ‘अस्थायी’ आर्थिक कठिनाइयों को दूर करने में सक्षम है। नाटो के सदस्य देशों तुर्की और अमरीका के बीच संबंध बिगडऩे की वजह से इस वर्ष तुर्की की मुद्रा लीरा, डॉलर के मुकाबले 70 फीसदी तक कमजोर हो चुकी है। चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उसने तुर्की की अर्थव्यवस्था और उसके विदेश संबंधों की नई दिशा पर गौर किया है।
मंत्रालय ने कहा, तुर्की एक महत्वपूर्ण उभरता बाजार देश है और यह स्थिर एवं विकासशील है जिससे क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को फायदा हुआ है। मंत्रालय ने कहा कि चीन विश्वास करता है कि तुर्की अस्थायी आर्थिक कठिनाइयों से उबर जाएगा। उसे उम्मीद है कि तुर्की और अमेरिका आपसी संवाद के माध्यम से अपने मतभेदों को कम कर सकते हैं।
मंत्रालय ने मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि सरकार द्वारा संचालित चीन के औद्योगिक एवं वाणिज्यिक बैंक लिमिटेड ने तुर्की के साथ 3.8 अरब डॉलर का वित्तीय समझौता किया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन दो देशों के बीच व्यापार और वित्तीय सहयोग तथा बाजार नियमों के अनुरूप समझौतों का हमेशा समर्थन करता रहा है।