Edited By Seema Sharma,Updated: 18 Oct, 2021 01:44 PM
इसे भाग्य की विडबंना ही कहेंगे कि दो भाई एक ही दिन दुनिया में आए और एक ही दिन संसार से विदा भी हुए। गाजियाबाद की सिद्धार्थ विहार की प्रतीक ग्रैंड कारनेसिया सोसायटी में रहने वाले सत्य नारायण और सूर्य नारायण का जन्म एक ही दिन हुआ था।
नेशनल डेस्क: इसे भाग्य की विडबंना ही कहेंगे कि दो भाई एक ही दिन दुनिया में आए और एक ही दिन संसार से विदा भी हुए। गाजियाबाद की सिद्धार्थ विहार की प्रतीक ग्रैंड कारनेसिया सोसायटी में रहने वाले सत्य नारायण और सूर्य नारायण का जन्म एक ही दिन हुआ था। खेलना-कूदना या खाना-पीना दोनों ज्यादातर साथ में ही वक्त बिताते थे। सत्य नारायण केवल एक मिनट सूर्य नारायण से बड़ा था। शनिवार को रात करीब 1 बजे दोनों भाइयों की सोसायटी की 25वीं मंजिल से गिरकर मौत हो गई।
गिरने पर आई जोरदार आवाज
सोसायटी के मेन गेट पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि उसे रात करीब 1 बजे तेज आवाज आई, ऐसे लगा जैसे सोसाइटी के अंदर दो गाड़ियों की जोरदार टक्कर हुई हो। गार्ड ने जब टार्च से देखा तो वाकिंग ट्रैक के बीच में घास पर दोनों बच्चे गिरे पड़े थे। 25वीं मंजिल पर फ्लैट की लाइट जलती देखी तो वहां पता किया तो पता चला कि उनके बच्चे नीचे गिरे हैं। बताया जा रहा है कि बच्चों के पिता ऑफिस के काम से मुंबई गए हुए थे और घर पर उनकी मां और बड़ी बहन थी। बच्चों की मौत पर घरवालों का रो-रोककर बुरा हाल है।
वहीं सोसाइटली वालों के मुताबिक इस परिवार को यहां आए पांच महीने हुए थे और वे लोग ज्यादा किसी से घुले-मिले नहीं थे। दोनों लड़के नौवीं क्लास में पढ़ते थे और उनकी बड़ी बहन 10वीं में थी। वहीं पुलिस इस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है कि यह हादसा है या खुदकुशी। पुलिस परिवार के सदस्यों से बच्चों के व्यवहार के बारे में भी जानकारी जुटा रही है। घर वालों के मुताबिक बच्चों को पबजी या ब्लू व्हेल जैसी किसी खतरनाक गेम की लत नहीं थी। दोनों भाइयों में काफी प्यार था। वहीं परिजनों ने बताया कि बच्चों को चांद बहुत पंसद था और दोनों अपने कमरे की खिड़की पर बैठकर घंटों चांद देखते रहते थे।