Edited By Tanuja,Updated: 26 May, 2020 04:43 PM
भारत की सत्तासीन पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 2 सांसदों के ताइवान की राष्ट्रपति साइ इंग-वेन के शपथग्रहण समारोह में ...
बीजिंगः भारत की सत्तासीन पार्टी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 2 सांसदों के ताइवान की राष्ट्रपति साइ इंग-वेन के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने से चीन तिलमिला उठा है । इस मुद्दे पर चीन ने भारत से अपने 'आंतरिक' मामलों में दखल न देने की सलाह दी है। बुधवार को ताइवान की राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह था। दिल्ली से भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी और राजस्थान के चुरू से सांसद राहुल कासवान ने इसमें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जरिए शिरकत की थी और उन्हें दूसरे कार्यकाल की बधाई दी थी।
साइ इंग-वेन के शपथग्रहण समारोह में 41 देशों की 92 हस्तियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया। इनमें भारत से दो सांसदों के अलावा अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो भी शामिल हुए। सांसदों के ताइवान कार्यक्रम में शामिल होने पर चीन ने लिखित में एतराज जताया है। नई दिल्ली में चीनी राजदूत की काउंसलर लिउ बिंग ने लिखित आपत्ति जताते हुए भारत से अपने आंतरिक मामलों में दखल देने से बचने को कहा है। शिकायत में चीनी राजनयिक का कहना है कि इंग-वेन को बधाई देना बिलकुल गलत है। भाजपा सांसद कासवान ने ताइवान के कार्यक्रम में शामिल होने का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि यह कदम भारत के निरंतर रुख के अनुरूप है।
उनका कहना है कि तथ्यों को तोड़ा-मरोड़ा गया है। कासवान ने कहा, 'मैंने ताइवान की राष्ट्रपति को बधाई संदेश भेजा जो मुझे लगता है कि इस विषय पर भारत के स्टैंड का उल्लंघन नहीं है।' चीन ने अपनी शिकायत में दोनों सांसदों का नाम तो नहीं लिया है, लेकिन विदेश मंत्रालय का कहना है कि उनका देश उम्मीद करता है कि हर कोई ताइवान की आजादी के लिए चलाई जा रहीं अलगाववादी गतिविधियों को लेकर चीन के लोगों द्वारा विरोध का समर्थन करेगा। साथ ही राष्ट्रीय एकीकरण को समझेगा।