जबर्दस्ती पैसे छीनने के आरोप में शिवाजी महाराज का वंशज गिरफ्तार

Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jul, 2017 06:36 PM

uday raje arrested in charge of recovery

वो उस वंश का कुल है, जिसकी गाथाएं पीड़ियों से गाई जा रही और आगे भी हमेशा जीवंत रूप में सुनाई जाएंगी..

पुणे : वो उस वंश का कुल है, जिसकी गाथाएं पीड़ियों से गाई जा रही और आगे भी हमेशा जीवंत रूप में सुनाई जाएंगी। हम बात कर रहे हैं शिवाजी महाराज के वंशज और सतारा से एनसीपी सांसद उदयनराजे भोसले की। 2014 से शुरू हुए राजनीति के इस मोदी युग में उदयन ही इकलौता पेड़ थे, जिसे मोदी की आंधी छू भी न सकी। उन्हें एक बिजनेसमैन को धमकाने और जबर्दस्ती पैसे छीनने के आरोप में अरेस्ट किया गया है। 

उदयनराजे के कामगार संगठन से जुड़े कुछ लोग सतारा के लोणद गांव में 'सोना अलाइज' नाम की कंपनी में काम करते हैं। इसी कंपनी में एनसीपी के नेता रामराजे निंबालकर के मजदूर संगठन के लोग भी काम करते हैं। उदयन का आरोप है कि, कंपनी उनके संगठन के मजदूरों की जगह दूसरे संगठन के मजदूरों को काम दे रही थी। इस पर बातचीत करने के लिए उन्होंने कुछ दिन पहले कंपनी के ऑफिशियल राजकुमार जैन को सतारा स्थित गेस्ट हाउस में बुलाया था,जिसके बाद जैन ने उदयनराजे पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने सपोर्टर्स के साथ मिलकर उनकी पिटाई की और उनके पैसे छीन लिए।

बेल खारिज होने पर किया सरेंडर

इस पर जैन ने सतारा शहर पुलिस स्टेशन में उदयराजे और उनके समर्थकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 9 लोगों को गिरफ्तार किया था, लेकिन सांसद उदयनराजे अंडरग्राउंड हो गए थे। उन्होंने कोर्ट में एनटीसिपेटरी बेल पिटीशन दायर की थी। जिसे कोर्ट ने दो दिन पहले खारिज कर दिया।अर्जी खारिज होने के बाद उदयनराजे मंगलवार को अपने समर्थकों के साथ सतारा सिटी पुलिस स्टेशन पहुंचकर समर्पण कर दिया।

उदयन राजे का बैकग्राउंड

उदयनराजे भोसले छत्रपति शिवाजी महाराज की 13 वीं पीढ़ी से आते हैं। अभी वो सतारा सीट से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के सांसद हैं।इससे पहले कांग्रेस के टिकट पर 2009 में सांसद चुने गए।इसके अलावा महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार के कार्यकाल में रेवेन्यु मिनिस्टर भी रह चुके हैं।
 
 मोदी लहर भी हासिल की भारी जीत 

उदयन आम जनता में बेहद लोकप्रिय हैं। आज भी जनता इन्हें राजा उदयन के नाम से पुकारती है।इनके लिए कहा जाता है कि वे चुनावों के दौरान भी जनता के बीच वोट मांगने नहीं जाते हैं। जनता खुद उनके पास आकर अपना समर्थन देती है।
लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि देश में मोदी लहर के बावजूद 2014 के लोकसभा चुनावों में 5 लाख से ज्यादा वोट हासिल किए।
 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!