Edited By vasudha,Updated: 13 Nov, 2019 09:59 AM
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए राज्यउद्धव ठाकरे पाल की ओर से बहुत ही कम समय देने की शिकायत करते हुए कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ सरकार बनाने का प्रयास जारी रखेगी....
नेशनल डेस्क: शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए राज्यल की ओर से बहुत ही कम समय देने की शिकायत करते हुए कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ सरकार बनाने का प्रयास जारी रखेगी। ठाकरे ने मंगलवार को बैठक के बाद अपने पुत्र एवं विधायक आदित्य ठाकरे के साथ संवाददाताओं से कहा कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भारतीय जनता पार्टी की ओर से सरकार बनाने में असमर्थता जाहिर करने के बाद शिवसेना को आमंत्रित किया और कहा कि आप सरकार बनाने योग्य संख्या के साथ तथा समर्थन करने वाले विधायकों के हस्ताक्षर के साथ आइये।
ठाकरे ने कहा कि 24 घंटे के अंदर यह कार्य पूरा करना संभव नहीं था इसलिए हमने और समय की मांग की थी जिसे नकार दिया गया। भाजपा के सरकार बनाने में असमर्थता जाहिर करने के बाद शिव सेना को आगे बढ़ने के लिए सुभेच्छा दिया जिसका अर्थ था कि उन्होंने ही हमें दूसरी पाटिर्यों के साथ जाने का रास्ता दिखाया। उन्होंने कहा कि हम राज्यपाल के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने हमें 6 महीने का वक्त दे दिया है। भाजपा ने विकल्प खत्म किया है, हमने नहीं। हम अंधेरे में भाजपा के साथ गए थे।
शिवसेना अध्यक्ष ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के उस बयान की भी पुष्टि की जिसमें उन्होंने कहा कि कल (सोमवार को) पहली बार मैने सोनिया गांधी को फोन किया था। इसका अर्थ यह कि अभी तक भाजपा के नेता जो कह रहे थे कि शिवसेना के पास कांग्रेस और राकांपा के साथ बातचीत करने का समय है लेकिन भाजपा के साथ चर्चा करने के लिए समय नहीं वह बात गलत थी। उन्होंने कहा कि यह बात सही है कि कांग्रेस-राकांपा से शिवसेना की विचारधारा अलग है इसलिए हमें सरकार बनाने के पूर्व सभी पहलुओं पर विस्तृत चर्चा करना जरूरी है।
ठाकरे ने कहा कि देश में कई जगह पर अलग अलग विचार धारा की सरकारे चल रही है हम उसका भी अध्ययन करेंगे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में छह माह के लिए राष्ट्रपति शासन की घोषणा की गयी है और अब हमारे पास काफी समय है। हमारी पार्टी कांग्रेस और राकांपा के साथ सरकार बनाने के संबंध में पहले सभी पहलुओं पर विस्तृत चर्चा करेगी उसके बाद सरकार बनाने के लिए निर्णय लिया जायेगा। ठाकरे ने यह भी कहा कि हम महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन के खिलाफ अदालत में नहीं गये हैं हम सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए 48 घंटे की और मांग कर रहे थे जो नहीं दिया गया जिसके लिए हमने शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया है।