Edited By Yaspal,Updated: 07 Sep, 2024 10:56 PM
पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। शुक्रवार देर रात को आई 32 उम्मीदवारों की लिस्ट में कांग्रेस ने विनेश फोगाट को जींद की जुलाना सीट से उम्मीदवार बनाया है, जबकि, बजरंग पुनिया को कांग्रेस किसान समिति का कार्यकारी...
नेशनल डेस्कः पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। शुक्रवार देर रात को आई 32 उम्मीदवारों की लिस्ट में कांग्रेस ने विनेश फोगाट को जींद की जुलाना सीट से उम्मीदवार बनाया है, जबकि, बजरंग पुनिया को कांग्रेस किसान समिति का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया। अब विनेश फोगाट के कांग्रेस में शामिल होने का विरोध अब उनके परिजन ही कर रहे हैं। विनेश के चाचा और कोट महावीर फोगाट ने कहा कि वह विनेश फोगाट के राजनीति में शामिल होने के फैसले के खिलाफ हैं।
एक इंटरव्यू के दौरान दंगल फेम पहलवान गीता और बबीता के पिता महावीर फोगाट ने कहा कि उन्होंने विनेश को कुश्ती में अपना करियर जारी रखने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा कि मैंने उससे कुश्ती जारी रखने और चार साल बाद फिर से ओलंपिक को लक्ष्य में रखते हुए तैयारी करने को कहा। राजनीति में शामिल होने का फैसला विनेश का अपना है।
महावीर फोगाट ने कहा कि विनेश में अभी भी कुशअती की काबिलियत बाकी है और उसे खेल में बने रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता कि वह अपने करियर के पड़ाव पर राजनीति में शामिल हों। उन्होंने कहा कि विनेश ने उनसे सलाह नहीं ली थी। गीता-बबीता के पिता ने कहा कि वह राजनीति में नहीं हीं और न ही विनेश के लिए प्रचार करेंगे। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के विरोधी हैं।
महावीर फोगाट ने यहां तक कहा कि अगर विनेश को राजनीति में दिलचस्पी थी तो उन्हें कांग्रेस के बजाय भाजपा में शामिल होना चाहिए था। वैसे बता दें कि महावीर फोगाट की छोटी बेटी बबीता फोगाट पहले से ही भाजपा की सदस्य हैं। उन्होंने दादरी विधानसभा क्षेत्र से पिछला विधानसभा चुनाव भी लड़ा था, लेकिन हार गई थीं।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध में सबसे आगे रहने वाले ओलंपियन पहलवान बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल होकर राजनीतिक पारी की शुरुआत की और “न डरने और न पीछे हटने” का संकल्प व्यक्त किया। कांग्रेस में शामिल होने के कुछ ही घंटे बाद पूनिया को पार्टी द्वारा अखिल भारतीय किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि पूनिया चुनाव लड़ेंगे या नहीं। हरियाणा की 90 विधानसभा सीट पर एक चरण में पांच अक्टूबर को मतदान होगा और मतों की गिनती आठ अक्टूबर को होगी।