Edited By Seema Sharma,Updated: 26 Oct, 2018 08:32 AM
सीबीआई में कथित रिश्वतकांड के बाद अब जासूसी के आरोप ने मामले को और गर्मा दिया। छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा के घर के बाहर गुरुवार सुबह 4 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया। वर्मा के निजी सुरक्षा गार्डों ने इन संदिग्धों को पकड़ा।
नेशनल डेस्कः सीबीआई में कथित रिश्वतकांड के बाद अब जासूसी के आरोप ने मामले को और गर्मा दिया। छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा के घर के बाहर गुरुवार सुबह 4 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया। वर्मा के निजी सुरक्षा गार्डों ने इन संदिग्धों को पकड़ा। बाद में पता चला कि पकड़े गए लोग आई.बी. के अधिकारी हैं। ये चारों 2 सफेद कारों में आए थे और आलोक वर्मा के घर के बाहर खड़े थे। इसके बाद इस मामले ने सियासी मोड़ ले लिया।
विपक्षी दलों के नेताओं ने इसे सरकार द्वारा वर्मा की जासूसी करवाने की कोशिश करार दिया। आई.बी. सूत्रों ने साफ कर दिया है कि आलोक वर्मा के निजी सुरक्षा अधिकारियों द्वारा पकड़े गए अधिकारी उनके ही थे लेकिन वे नियमित गश्त पर थे।
हालांकि किसी वरिष्ठ अधिकारी की जासूसी का यह नया मामला नहीं है, इससे पहले साल 2013 में एक ऐसी ही घटना तत्कालीन सेना प्रमुख और अब केंद्रीय मंत्री जनरल वी.के. सिंह के घर भी हुई थी। उनके घर से सेना की वर्दी में एक शख्स को पकड़ा गया। परिवार को शक था कि जासूसी के लिए सेना का अफसर उनके घर आया था। वी.के. सिंह के परिवार ने उसे पकड़कर पुलिस को खबर कर दी थी।