Edited By Anu Malhotra,Updated: 24 Jan, 2023 01:56 PM
जम्मू के नगरोटा से आगे बढ़ी भारत जोड़ो यात्रा में आज फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मांतोड़कर भी नजर आईं। इस दौरान उर्मिला मांतोड़कर राहुल गांधी का हाथ पकड़कर उनके साथ पैदल ही पदयात्रा की। जम्मू कश्मीर में जहां कड़ाके की ठंड पड़ रही है, वहीं राहुल गांधी...
नेशनल डेस्क: जम्मू के नगरोटा से आगे बढ़ी भारत जोड़ो यात्रा में आज फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मांतोड़कर भी नजर आईं। इस दौरान उर्मिला मांतोड़कर राहुल गांधी का हाथ पकड़कर उनके साथ पैदल ही पदयात्रा की। जम्मू कश्मीर में जहां कड़ाके की ठंड पड़ रही है, वहीं राहुल गांधी पहले की तरह व्हाइट टी शर्ट में नज़र आए।
अभिनेत्री से नेता बनी उर्मिला मातोंडकर मंगलवार को सुबह कड़ाके की ठंड में राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुईं। मशहूर बॉलीवुड अभिनेत्री मातोंडकर कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह करीब आठ बजे सैन्य अड्डे के समीप शुरू हुई पदयात्रा में राहुल के साथ शामिल हुईं। उनका स्वागत करने के लिए सड़क के किनारे कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक खड़े थे।
बता दें कि मातोंडकर ने सितंबर 2019 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और 2020 में शिवसेना में शामिल हो गयी थीं। क्रीम रंग के पारंपरिक कश्मीरी फेरन और सिर पर स्कार्फ पहने हुए मातोंडकर को पदयात्रा के दौरान राहुल गांधी से बातचीत करते हुए देखा गया। वहीं, प्रख्यात लेखक पेरुमल मुरुगन तथा जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष विकार रसूल वानी, उनके पूर्ववर्ती जी ए मीर और पूर्व मंत्री तारिक हामिद कर्रा भी तिरंगा लेकर सैकड़ों लोगों के साथ पदयात्रा करते नजर आए।
कन्याकुमारी से 7 सितंबर को शुरू हुई यह पदयात्रा वीरवार को पंजाब से जम्मू कश्मीर पहुंची और सोमवार को इसने जम्मू शहर में प्रवेश किया। पदयात्रा के श्रीनगर में समाप्त होने से पहले जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन तथा बनिहाल में रात्रि विराम करने का कार्यक्रम है। श्रीनगर में 30 जनवरी को शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में एक विशाल रैली के साथ यह पदयात्रा संपन्न होगी।
वहीं भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने से पहले उर्मिला ने एक वीडियो भी शेयर किया है, जिसमे उन्होंने कहा कि इस कंपकपाती ठंड में जम्मू से आपसे बात कर रही हूं। अब से थोड़ी देर में राहुल गांधी के साथ मैं भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने जा रही हूं। एक व्यक्ति, एक पार्टी, कुछ चंद लोगों के साथ कहीं बड़े जज्बे के साथ यह यात्रा बढ़ी। यह जज्बा इस यात्रा के साथ बढ़ा है। इस जज्बे का नाम है भारतीयता। इसमे बहुत सारा प्यार, त्याग, विश्वास, भाईचारा और सद्भवना है। यह भारतीयता हम सबको जोड़कर रखती है। कहीं ना कहीं मुझे लगता है कि दुनिया प्यार-सद्भावना पर चलती है, डर पर नहीं। मेरे लिए इस यात्रा का मूल्य राजनीतिक से ज्यादा सामाजिक है।